सफेद मक्खी और कटवर्म जैसे कीटों का प्रकोप किसानों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन चुका है. ये कीट भिंडी के पौधों से पोषक तत्वों को चूसकर फसल को कमजोर कर देते हैं, जिससे पैदावार में कमी और नुकसान होता है.
एक्सपायरी डेट वाले कीटनाशक सही तरीके से कीटों को नियंत्रित नहीं कर पाते, जिससे फसल को नुकसान हो सकता है और उपज घट सकती है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ICAR अधिकारियों संग बैठक कर शोध, बीज, तकनीक और किसान कल्याण पर रणनीति तय की. PM मोदी के विकसित भारत विजन को जमीन पर उतारने के लिए खेत से मंडी तक सुधारों पर जोर दिया गया.
यह छोटा सा कीड़ा इतना नुकसान कर सकता है कि पूरी फसल खराब हो जाए. महज 0.2 मिमी आकार के होते हैं, यानी नंगी आंखों से इन्हें देखना भी मुश्किल हो सकता है.
एक ही जगह बार-बार अमरूद उगाने से कीटों को बढ़ने का मौका मिलता है. इसलिए फसल बदलते रहें और मिर्च, गेंदा, धनिया जैसे कीट प्रतिरोधी पौधों को साथ लगाएं.
हर साल एक ही खेत में आलू उगाने से बचना चाहिए. इसके बजाय गेहूं, चना या अन्य फसलें उगाकर फसल चक्र अपनाना फंफूद से पैदा होने वाले रोगों को फैलने से रोक सकता है.