सरकार की ओर से यह आदेश हरियाणा उप-भूमि जल संरक्षण अधिनियम, 2009 के तहत लागू किया गया है. इस कानून के अनुसार, निर्धारित तिथि से पहले धान की रोपाई करना दंडनीय अपराध है.
पपीता की खेती अब छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक लाभदायक विकल्प बन गई है, क्योंकि यह कम समय में ज्यादा उत्पादन देता है और इसकी मांग बाजार में साल भर बनी रहती है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा पपीता उत्पादक देश है और सरकार की योजनाएं भी इसकी खेती को बढ़ावा दे रही हैं.
सहकारिता सचिव ने ‘भारत ऑर्गेनिक्स’ ब्रांड के तहत उच्च गुणवत्ता वाले, ऑर्गेनिक उत्पादों को बढ़ावा देने और वितरित करने की NCOL की यात्रा में इस पहल को एक प्रमुख मील का पत्थर बताया.
हरियाणा में 24 अप्रैल तक 3 करोड़ 64 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है. इसमें से 22 लाख क्विंटल गेहूं का उठान नहीं हुआ है. किसानों को भुगतान में देरी हो रही है.
टिश्यू कल्चर तकनीक के माध्यम से पौधों को रोग लगने से बचाया जा सकता है. इसके साथ ही पौधे की उपज भी अच्छी होती है. इस तकनीक के इस्तेमाल से नए और बेहतर किस्म के पौधों के विकास में मदद मिलती है.
इस योजना के तहत कृषि क्षेत्र के अलग-अलग वैज्ञानिक और किसान एकसाथ जुड़ते हैं जिसकी मदद से किसानों को समय-समय पर कृषि से जुड़े सुझाव दिए जाते हैं. इसके साथ ही किसानों को कृषि तकनीक और उपकरणों के इस्तेमाल को लेकर ट्रेनिंग दी जाती है.