जब हिमालय में होती है बर्फबारी, तो दिल्ली में क्यों बढ़ जाती है ठंड?

हिमालय में बर्फबारी के बाद दिल्ली और आसपास के इलाकों में न सिर्फ ठंड बढ़ती है, बल्कि घना कोहरा भी छाने लगता है. इसकी वजह तापमान इनवर्जन (Temperature Inversion) होती है.

Noida | Published: 19 Mar, 2025 | 04:54 PM

सर्दियों में जब हिमालय पर बर्फ गिरती है, तो दिल्ली और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ जाती है. आपने भी अपने घर के बड़े-बुजुर्गों को यह कहते सुना होगा कि “पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है, अब ठंड और बढ़ेगी.” लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? आखिर सैकड़ों किलोमीटर दूर हुई बर्फबारी का असर दिल्ली और आसपास के इलाकों तक कैसे पहुंच जाता है? आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं.

हिमालय से आने वाली ठंडी हवाएं

हिमालय में जब भारी बर्फबारी होती है, तो वहां का तापमान बहुत कम हो जाता है. इस कारण वहां की हवा ठंडी और भारी हो जाती है. अब, ठंडी हवा हमेशा गर्म इलाकों की ओर बहती है, क्योंकि हवा का एक नियम है-गर्म हवा हल्की होती है और ऊपर उठती है, जबकि ठंडी हवा भारी होती है और नीचे की ओर बहती है. इसलिए हिमालय की ठंडी हवाएं दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में तेजी से फैल जाती हैं और ठंड बढ़ा देती हैं.

पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

दिल्ली में ठंड बढ़ाने में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) का भी बड़ा योगदान होता है. ये हवाएं भूमध्य सागर से नमी लेकर भारत की ओर बढ़ती हैं और जब हिमालय से टकराती हैं, तो बारिश और बर्फबारी कराती हैं. जब यह सिस्टम गुजर जाता है, तो आसमान साफ हो जाता है और हिमालय की ठंडी बर्फीली हवाएं उत्तर भारत की ओर बहने लगती हैं, जिससे ठंड अचानक बढ़ जाती है.

कोहरा और तापमान गिरने का कारण

हिमालय में बर्फबारी के बाद दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में सिर्फ ठंड नहीं बढ़ती, बल्कि घना कोहरा भी छा जाता है. इसका कारण है तापमान इनवर्जन (Temperature Inversion)यानि जब तापमान घटने की बजाय बढ़ने लगता है और ठंडी हवा जमीन के पास रुक जाती है. इसकी वजह से धरती का तापमान और कम हो जाता है. यही कारण है कि दिल्ली में कोहरा बढ़ जाता है और दिन में भी सूरज की किरणें जमीन तक नहीं पहुंच पातीं, जिससे ठंड और ज्यादा महसूस होने लगती है.