गुजरात का सौराष्ट्र और कच्छ रहा सबसे गर्म, सब्जी फसलों और पशुओं के लिए अलर्ट जारी

गुजरात का सौराष्ट्र और कच्छ सबसे गर्म इलाकों में दर्ज किए गए. इन दोनों इलाकों के आज पूरे दिन अलग-अलग स्थानों पर तेज गर्म लहर की स्थिति बनी रही. उत्तर प्रदेश के वाराणसी, कानपुर में लू के कहर से लोग परेशान दिखे.

Noida | Published: 5 Apr, 2025 | 05:35 PM

मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के क्रम में गुजरात का सौराष्ट्र और कच्छ देशभर में आज सबसे गर्म इलाके दर्ज किए गए. सौराष्ट्र में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. इसके अलाव उत्तर प्रदेश का वाराणसी, कानपुर, मध्यप्रदेश का भोपाल, दिल्ली, गाजियाबाद में लू के थपेड़ों ने लोगों को घरों में रहने के लिए मजबूर कर दिया. अचानक तापमान में उछाल को देखते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने सब्जी फसलों को नुकसान से बचाने का अलर्ट जारी किया है. इसके अलाव पशुओं को हीटवेव से बचाने के लिए किसानों को सलाह दी गई है.

दक्षिण के राज्यों में बारिश और आंधी का असर

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 5 अप्रैल 2025 को छत्तीसगढ़, रायलसीमा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग स्थानों पर तूफान के साथ तेज हवाएं चलीं. तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई. दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, केरल और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई.

देश में गर्म रहे सौराष्ट्र और कच्छ के इलाके

गुजरात का सौराष्ट्र और कच्छ सबसे गर्म इलाकों में दर्ज किए गए. इन दोनों इलाकों के आज पूरे दिन अलग-अलग स्थानों पर तेज गर्म लहर की स्थिति बनी रही. सौराष्ट्र में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. कच्छ में भी तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया. भुज में 44 डिग्री सेल्सियल के पार तापमान पहुंच गया. इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में तापमान में बढ़त देखी गई .

इन इलाकों में पारा 4 डिग्री चढ़ा

पंजाब, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई. इसी तरह जम्मू, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई.

किसानों को सब्जी फसलों को बचाने की सलाह

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बारिश ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ लू की लह से खेती और पशुओं को नुकसान पहुंचने को लेकर अलर्ट जारी किया है. कृषि मौसम संबंधी सलाह में तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और अरुणाचल प्रदेश में खड़ी फसलों और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त जल निकालने की सलाह किसानों को दी गई है. असम और मेघालय में पककर तैयार खड़ी फसलों, फलों और सब्जियों की तुरंत कटाई करने और कटी उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी गई है. किसानों से कहा गया है कि उपज को खेतों में तिरपाल की चादर से ढक दें. साथ ही खड़ी फसलों और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त जल निकासी की व्यवस्था करें.

हेलकैप का इस्तेमाल करें सब्जी और बागवानी किसान

असम और मेघालय में सब्जियों और बागवानी फसलों को ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए हेल नेट एवं हेल कैप का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है. पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, गुजरात राज्य और मध्य प्रदेश में सब्जियों और बागानों को गर्मी से बचाने के लिए शाम के समय हल्की और नियमित सिंचाई देने को कहा गया है. बागवानी फसलों और सब्जियों को गिरने से बचाव के लिए उन्हें सहारा देने की सलाह दी गई है.

पशुओं, मुर्गीपालक और मछलीपालकों को सलाह

पशुओं और मुर्गीपालकों के साथ ही मछलीपालकों को भारी बारिश और ओलावृष्टि के दौरान पशुओं को शेड के अंदर रखने की सलाह के साथ ही संतुलित आहार देने का सुझाव दिया गया है. मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि चारे को खराब होने से बचाने के लिए किसान उसे सुरक्षित स्थान पर रखें. वहीं, तापमान बढ़ने को देखते हुए मुर्गीपालकों को पोल्ट्री शेड की छत को घास से ढकने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही पशुओं को साफ, स्वच्छ और भरपूर मात्रा में पीने का पानी उपलब्ध कराएं. मछलीपालकों को तालाब से अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए चारों ओर जाल का इस्तेमाल करके एक आउटलेट का बनाने को कहा गया है. ताकि, गर्म पानी को बाहर निकालकर मछलियों को सामान्य तापमान दिया जा सके.