अगले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में मौसम बदलता हुआ नजर आएगा. मौसम विभाग (आईएमडी) की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में कहीं बारिश की आशंका है तो कहीं गर्मी बढ़ने की संभावना है. उत्तर भारत में गर्मी बढ़ सकती है तो कहीं-कहीं पर बारिश के भी आसार हैं. आइए आपको बताते हैं कि 24 से 48 घंटों के अंदर मौसम की स्थिति आपके राज्य में या शहर में कैसी रहने वाली है.
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की स्थिति
आईएमडी का कहना है कि मिड ट्रोपोस्फेरिक (मध्य क्षोभमंडलीय) स्तरों पर अफगानिस्तान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवाती परिसंचरण) के तौर पर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की स्थिति है. साथ ही निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण है. इसकी वजह से 19 और 20 तारीख को पंजाब में, 20 तारीख को हरियाणा चंडीगढ़ में और 20-22 मार्च, 2025 के दौरान उत्तर प्रदेश में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की / मध्यम वर्षा की आशंका है. हवाओं की गति 30-40 किमी प्रति घंटे के बीच रह सकती है.
दिल्ली-एनसीआर में चलेंगी हवाएं
आईएमडी के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में 20 मार्च को आशिंक बदली छाई रहेगी और सुबह धुंध की संभावना है. वहीं 10-20 किमी प्रति घंटा से लेकर 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं. दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. जबकि न्यूनतम तापमान 15 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. इसी तरह से 21 मार्च को भी दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस और 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
सुबह के समय हवाएं उत्तर दिशा से 06-08 किमी/घंटा की गति से चलेंगी. इसके बाद हवाएं बढ़कर दोपहर में उत्तर-पश्चिम दिशा से 14-16 किमी / घंटा हो जाएंगी. शाम और रात में हवाएं उत्तर दिशा से 10 किमी प्रति घंटे से कम हो जाएंगी. 22 मार्च को दिल्ली में अधिकतम 32 से 34 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. जबकि न्यूनतम तापमान 15 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
मध्य प्रदेश में होगी बारिश!
इसी तरह से 20 से 22 मार्च के बीच मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में गरज, बिजली, तेज हवाएं और ओलावृष्टि की आशंका जताई है. आईएमडी के अनुसार मध्य ओडिशा से विदर्भ तक एक ट्रफ बनी हुई है. इस ट्रफ और निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर बंगाल की खाड़ी के ऊपर प्रति चक्रवाती स्थितियों की वजह से पूर्वी और समीपवर्ती मध्य भारत में हवाएं चल सकती हैं. इसकी वजह से 21 और 22 मार्च को बिहार में, 19-22 मार्च के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में, 20 और 21 मार्च को पश्चिमी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में और 21 और 22 मार्च को विदर्भ में गरज, बिजली और तेज हवा (30-50 किमी प्रति घंटे की गति) के साथ छिटपुट हल्की / मध्यम बारिश होने की संभावना है.
इसके अलावा 19 से 22 मार्च के दौरान पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र, झारखंड और ओडिशा में आंधी, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट से लेकर हल्की या फिर मध्यम बारिश हो सकती है. उसके बाद इसमें कमी आ जाएगी. आईएमडी का कहना है कि इस दौरान हवा की गति 40-60 किमी प्रति घंटा रह सकती है. वहीं 21 मार्च को पूर्वी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 20-22 मार्च के दौरान छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा में, 21 और 22 मार्च को बिहार, विदर्भ के साथ ही और 20 और 21 मार्च को झारखंड में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि हो सकती है.
असम, मेघालय में गिरेंगे ओले
वहीं पूर्वोत्तर असम में साइक्लोनिक सकुर्लेशन (चक्रवाती परिसंचरण) की स्थिति है. इसके प्रभाव की वजह से 21 से 23 मार्च के दौरान अरुणाचल प्रदेश में गरज के साथ छिटपुट से लेकर भारी बारिश हो सकती है. आईएमडी की मानें तो 21 और 22 मार्च को कुछ जगहों पर भारी बारिश या फिर बर्फबारी की भी आशंका है. अगले 5 दिनों में असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ छिटपुट से लेकर हल्की से लेकर मध्यम बारिश वर्षा, बिजली और तेज हवाएं चल सकती हैं. हवाओं की गति 30 से 50 किमी प्रति घंटे तक रह सकती है. वहीं 20 मार्च को असम और मेघालय में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है.
गुजरात और महाराष्ट्र का मौसम
अगले दो दिनों में दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में करीब 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है. उसके बाद कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं होगा. 48 घंटों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. उसके बाद 2 दिनों के दौरान 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी.
इसी तरह से अगले 2 दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. उसके बाद तीन दिनों के दौरान 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी. वहीं अगले 24 घंटों में गुजरात राज्य में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है और उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी. वहीं अगर महाराष्ट्र की बात करें तो अगले दो तीन दिनों में राज्य में अधिकतम तापमान में करीब दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है.