केरल सरकार अब खेती को मौसम की मार से बचाने के लिए बड़ा कदम उठा रही है. राज्य में 950 नए मौसम स्टेशन लगाए जाएंगे, जिससे किसानों को तापमान, नमी, हवा की रफ्तार और बारिश की सटीक जानकारी समय पर मिल सकेगी. यह काम केंद्र सरकार की “WINDS” योजना (Weather Information Network and Data System) के तहत किया जा रहा है.
आपदाओं से निपट सकेगा किसान
इस योजना में केरल सरकार ने Ingen Technologies कंपनी से साझेदारी की है. मौसम स्टेशन दो तरह के होंगे, पहला ब्लॉक स्तर पर ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन (AWS) और दूसरा पंचायत स्तर पर ऑटोमैटिक रेन गेज (ARG). इससे गांव-गांव तक मौसम से जुड़ी जानकारी सीधे किसानों तक पहुंचेगी. इससे किसान अपनी खेती के फैसले सोच-समझकर ले सकेंगे. इस प्रोजेक्ट को 2024 से 2029 तक के पांच सालों में पूरा किया जाएगा. इसका मकसद है मौसम से जुड़ी आपदाओं से निपटने की तैयारी को मजबूत करना और खेती को ज्यादा सुरक्षित बनाना.
पहले से सतर्क हो सकेंगे किसान
Ingen Tech कंपनी के प्रमुख अंकित अग्रवाल ने बताया कि केरल में 2018 की बाढ़ और कई बार आई बारिश से जुड़ी आपदाओं ने बताया कि सटीक मौसम जानकारी कितनी जरूरी है. अब नई तकनीक से किसानों और प्रशासन दोनों को खतरे से पहले सतर्क किया जा सकेगा. WINDS योजना कृषि मंत्रालय की पहल है.
इस पहल के तहत केंद्र और राज्य सरकारें केवल डेटा किराया ही देंगी. अभी तक केरल, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी, असम, ओडिशा, कर्नाटक, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे 9 राज्यों ने इसे लागू करना शुरू कर दिया है, जबकि कई और राज्य इसे अपनाने की तैयारी में हैं.