पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने किसान नेताओं को हिरासत में लेने के मामले पर संज्ञान लेते हुए आज सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार से किसान नेताओं को हिरासत में लेने पर तीखे सवाल किए गए हैं. कोर्ट के सवाल पर पंजाब पुलिस ने जवाब दिया है कि डल्लेवाल हिरासत में नहीं हैं, उन्हें उनकी मर्जी से अस्पताल में भर्ती कराया गया है. किसान नेता मनोज जागलान ने बताया कि कोर्ट की ओर से किसान नेताओं को रिहा करने की बात कही गई है.
कोर्ट में क्या बोली पंजाब सरकार
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ दायर की गई याचिका पर आज 24 मार्च को सुनवाई हुई. पंजाब पुलिस ने कोर्ट में जवाब दिया है कि किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को हिरासत में नहीं लिया गया, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उनके स्वास्थ्य को स्थिर करने के लिए अस्पताल ले जाया गया है. राज्य की ओर से कहा गया कि डल्लेवाल अपने घर जाने के लिए स्वतंत्र हैं. उनके परिजन भी उनसे मिल सकते हैं.
2 जत्थों में रिहा किए जाएंगे किसान
भारतीय किसान नौजवान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज जागलान ने ‘किसान इंडिया’ को बताया कि माननीय पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने के विरोध में 20 मार्च को अपील दाखिल की गई थी. जिसके बाद माननीय कोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था. आज सोमवार को मामले की सुनवाई हुई. किसान नेता ने बताया कि कोर्ट ने निर्देशित किया है कि किसान नेताओं को रिहा किया जाए. उन्होंने बताया कि 800 किसानों को रिहा किया जाएगा. पहले 450 किसान को और उसके बाद अन्य किसानों को रिहा किया जाएगा.
19 मार्च को पंजाब सरकार ने किसानों को उठाया था
सभी फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून समेत अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी 2024 से किसान आंदोलन कर रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में खनौरी और शंभू सीमाओं पर किसान डटे हुए थे. 19 मार्च को पंजाब सरकार के आदेश पर पुलिस ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवन सिंह पंढेर, अभिमन्यु कोहाड़ समेत अन्य नेताओं को हिरासत में लिया था और दोनों मोर्चों पर किसानों के अस्थाई टेंट ढहा दिए थे.
डल्लेवाल जालंधर से पटियाला शिफ्ट
भारतीय किसान नौजवान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज जागलान ने किसान इंडिया को बताया कि सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल को पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस जालंधर से पटियाला के राजेंद्रा हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि डल्लेवाल को आमरण अनशन करते हुए 118 दिन हो चुके हैं. हिरासत के बाद से उन्होंने पानी पीना भी बंद कर दिया है.