ईडी की रेड में खुलासा, 50 करोड़ का वुल्फडॉग निकला महज एक झूठा दावा

इस वुल्फडॉग की कीमत ₹50 करोड़ बताई गई. यह कुत्ता कथित तौर पर एक जंगली भेड़िये और कोकेशियन शेफर्ड का मिश्रण था. वीडियो वायरल हुए और सतीश रातों-रात सोशल मीडिया स्टार बन गए.

नई दिल्ली | Published: 18 Apr, 2025 | 08:44 AM

बीते कुछ हफ्ते पहले 50 करोड़ के कुत्ते वाली खबर जमकर वायरल हुई थी. अब इस खबर को लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. 50 करोड़ कीमत वाले वुल्फडॉग के मालिक और डॉग ब्रीडर एस सतीश ने बताया कि वो कुत्ता उनका नहीं है. हुआ दरअसल ऐसा कि इतने ईडी ने एस सतीश के यहां रेड की और इसमें सामने आया कि वो दूसरों के कुत्तों को उधार लेकर वीडियो बनाता था.

बीते दिनों वायरल हुई खबर में सतीश ने दावा किया था कि उन्होंने दुनिया का सबसे महंगा वुल्फडॉग Cadabomb Okami खरीदा है. इस वुल्फडॉग की कीमत ₹50 करोड़ बताई गई. यह कुत्ता कथित तौर पर एक जंगली भेड़िये और कोकेशियन शेफर्ड का मिश्रण था. वीडियो वायरल हुए और सतीश रातों-रात सोशल मीडिया स्टार बन गए.

ईडी की रेड में क्या सामने आया?

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एस सतीश के बेंगलुरु स्थित बंगले पर छापा मारा और उनकी तमाम फाइनेंशियल जानकारियों की जांच की. जांच में सामने आया कि 50 करोड़ की वुल्फडॉग की कहानी एक सोची-समझी झूठी स्क्रिप्ट थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी अधिकारियों के अनुसार, सतीश लंबे समय से दूसरों के कुत्तों को उधार लेकर वायरल वीडियो बना रहे थे और झूठे दावे कर रहे थे कि उन्होंने करोड़ों रुपये में विदेशी नस्लों के कुत्ते खरीदे हैं. लेकिन जांच में यह सभी कुत्ते स्थानीय नस्लों के निकले, जिन्हें विदेशी नस्ल बताकर पेश किया गया.

फर्जी निकले डॉक्यूमेंट्स

ईडी को रेड में कोई कानूनी इम्पोर्ट डॉक्यूमेंट नहीं मिले. ₹50 करोड़ का जो दावा किया गया था, वह भी पूरी तरह झूठा निकला. GST रिकॉर्ड, कमाई के जरिए और अन्य डॉक्यूमेंट्स की जांच के बाद ईडी ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.

कौन हैं एस सतीश?

एस सतीश खुद को “इंडियन डॉग ब्रीडर्स एसोसिएशन” का अध्यक्ष बताते हैं. कभी बड़े डॉग लवर माने जाने वाले सतीश ने कई साल पहले खुद कुत्ते पालना लगभग छोड़ दिया था, लेकिन सोशल मीडिया पर वो खुद को दुर्लभ नस्लों का मालिक बताते रहे. वे अपने कुत्तों को इवेंट्स में दिखाकर पैसे कमाते थे. एक 30 मिनट के शो के लिए ₹2.46 लाख तक लेते थे, जबकि बड़े इवेंट्स के लिए ₹10 लाख तक वसूलते थे. सतीश का दावा था कि उनका सात एकड़ का बंगला 10 फीट ऊंची दीवारों और 24 घंटे की CCTV निगरानी से लैस है, ताकि उनके “कीमती कुत्तों” की सुरक्षा हो सके.