भारत एक कृषि प्रधान देश है और खेती के लिए ट्रैक्टर बेहद जरूरी है. लेकिन अब जब तकनीक तेजी से बदल रही है, तो किसान एक नए सवाल का सामना कर रहे हैं. ये सवाल है कि खेती के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर अच्छा है या डीजल ट्रैक्टर? यह फैसला अब सिर्फ कीमत या ताकत पर नहीं, बल्कि कई और पहलुओं पर भी टिका हुआ है. आज हम आपको बताएंगे कि दोनों में क्या अंतर है, क्या फायदे हैं और क्या कमियां, ताकि आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही ट्रैक्टर का चुनाव कर सकें.
इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर-पर्यावरण के लिए बेहतर
इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर धीरे-धीरे किसानों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं. इनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये चलने में बेहद शांत और बिना धुएं के होते हैं. मतलब ये वायु और ध्वनि प्रदूषण दोनों से राहत दिलाते हैं.
इसके अलावा, इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का रखरखाव यानि मैंटेनेंस भी कम खर्चीला होता है, क्योंकि इनमें डीजल इंजन की तरह कई मूविंग पार्ट्स नहीं होते. इन्हें चार्ज करने में खर्च भी काफी कम आता है, जो लंबे समय में किसानों की जेब पर बोझ नहीं डालता है. खूबियों के साथ साथ इनके साथ कई चुनौतियां भी जुड़ी हैं.
इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की शुरुआती कीमत अधिक होती है और इन्हें बार-बार चार्ज करना पड़ता है. एक बार की चार्जिंग में ये कुछ घंटों तक ही चल पाते हैं, इसलिए बड़े खेतों या ज़्यादा घंटों की खेती के लिए ये अभी थोड़े सीमित माने जाते हैं. साथ ही, चार्जिंग की सुविधा हर गाँव में अभी तक उपलब्ध नहीं है, जो इनके इस्तेमाल में बड़ी रुकावट बन सकती है.
डीजल ट्रैक्टर- ताकतवर, भरोसेमंद, लेकिन खर्चीले
खेती में आज भी किसान का भरोसेमंद साथी डीजल ट्रैक्टर बना हुआ है. इनमें अधिक हॉर्सपावर होती है, जिससे ये भारी काम जैसे गहरी जुताई, ट्रॉली खींचना या कटाई जैसे काम आसानी से कर लेते हैं. इनकी एक और खासियत है कि इन्हें बार-बार चार्ज करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. जब तक डीजल है, ट्रैक्टर काम करता रहेगा.
साथ ही, डीजल और सर्विसिंग की सुविधा हर जगह उपलब्ध है, जिससे किसान को किसी खास तकनीक या चार्जिंग पॉइंट की जरूरत नहीं होती. हालांकि, डीजल ट्रैक्टर अधिक शोर करते हैं, और इनसे निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का बड़ा कारण है. इनके इंजन की देखरेख में भी काफी खर्च होता है-जैसे ऑयल चेंज, फिल्टर बदलवाना आदि.
किसके लिए कौन-सा ट्रैक्टर है सही?
अगर आप एक ऐसा किसान हैं जो पर्यावरण की चिंता करते हैं, आपके खेत छोटे हैं और आपके पास बिजली या सोलर एनर्जी से चार्जिंग करने की सुविधा है, तो इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर आपके लिए सही हो सकता है. यह आपको कम खर्च में खेती का मौका देगा.
वहीं, अगर आपकी खेती बड़ी है, आपके काम ज्यादा है तो आपके लिए डीजल ट्रैक्टर बेहतर विकल्प है. ज्यादा देर तक भारी काम करने वाले किसानों के लिए डीजल ट्रैक्टर बेहतर उपाय है. इसकी ताकत, उपलब्धता और चलाने की सुविधा इसे अब भी किसानों की पहली पसंद बनाए हुए है.