पहली बार ट्रैक्टर किराये पर ले रहे हैं? ये बातें जरूर जान लें

अगर ट्रैक्टर को किसी नुकसान से बचाना है, तो यह जान लें कि किराये पर लिए गए ट्रैक्टर का बीमा है या नहीं.

नोएडा | Published: 11 Apr, 2025 | 02:23 PM

आजकल खेती के काम में ट्रैक्टर की जरूरत तो हर किसान को होती है, लेकिन हर कोई ट्रैक्टर खरीद नहीं सकता. ऐसे में ट्रैक्टर किराये पर लेना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है. अगर आप भी पहली बार ट्रैक्टर किराये पर लेने जा रहे हैं, तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है. चलिए, आसान भाषा में समझते हैं ट्रैक्टर किराये पर लेने का सही तरीका.

सबसे पहले तय करें जरूरत

आपको अपने खेत की जरूरत के हिसाब से ट्रैक्टर चुनना होगा. इसे ध्यान में रखना होगा कि किस तरह के खेत में काम करना है, जैसे जमीन समतल है या ऊबड़-खाबड़. कितने बड़े क्षेत्र में काम होगा? इससे तय होगा कि आपको किस तरह का और कितनी ताकत वाला ट्रैक्टर चाहिए.

पहले से बुकिंग करें

कई बार ट्रैक्टर की डिमांड ज्यादा होती है, खासकर बुवाई या कटाई के समय पर. ऐसे में अगर आप पहले से बुकिंग कर लेंगे तो समय पर ट्रैक्टर मिलना आसान होगा और काम में देरी नहीं होगी.

किराये और नियमों को समझें

ट्रैक्टर का किराया कैसे तय होता है, कितने घंटे या दिनों के हिसाब से चार्ज लगेगा, ये सब बातें पहले से जानना जरूरी है. इसके साथ ही, समय पर भुगतान और किसी भी एक्सट्रा चार्ज के बारे में भी पहले से क्लियर हो जाना चाहिए.

इंश्योरेंस और सुरक्षा की जानकारी लें

अगर ट्रैक्टर को किसी नुकसान से बचाना है, तो यह जान लें कि किराये पर लिए गए ट्रैक्टर का बीमा है या नहीं. कई बार आपकी अपनी बीमा पॉलिसी भी इसमें मदद कर सकती है. जहां जरूरत हो, वहां अतिरिक्त सुरक्षा कवर भी लिया जा सकता है.

ट्रैक्टर को चेक करें

ट्रैक्टर को लेने से पहले एक बार अच्छे से जांच लें. कहीं कोई टूट-फूट, लीकेज या पुराना डैमेज तो नहीं है. जो भी कमी दिखे, उसे ट्रैक्टर मालिक के सामने ही नोट कर लें, ताकि बाद में कोई विवाद न हो.

रख-रखाव करें

ट्रैक्टर मालिक की बताई हुई सावधानियों और इस्तेमाल की शर्तों को ध्यान में रखते हुए ही ट्रैक्टर का उपयोग करें. ट्रैक्टर की सही देखभाल करें और रोज इसकी जांच जरूर करें.

काम बढ़ जाए तो समय रहते बताएं

अगर काम तय समय से ज्यादा बढ़ गया है और ट्रैक्टर की जरूरत बढ़ रही है, तो समय रहते ट्रैक्टर मालिक को बता दें. ज्यादातर मालिक मदद के लिए तैयार रहते हैं, बस सही समय पर जानकारी देना जरूरी है.

साफ-सुथरा ट्रैक्टर लौटाएं

काम पूरा होने के बाद ट्रैक्टर को साफ करके और सभी सामान जैसे जुड़ी हुई मशीनें या औजार वापस लौटाएं. इससे अगली बार फिर से आसानी से किराये पर ट्रैक्टर मिल सकेगा और मालिक के साथ रिश्ते भी अच्छे बने रहेंगे.