कृषि क्षेत्र में आजकल मशीनों का बोलबाला है. ये मशीनें किसानों का समय और मेहनत बचाने के साथ-साथ उनकी आय बढ़ाने में भी मदद कर रही हैं. ऐसी ही एक शानदार मशीन है रीपर बाइंडर (Reaper Binder), जो खासकर गेहूं, धान, जौ और जई जैसी फसलों की कटाई के लिए वरदान साबित हो रही है. यह मशीन न केवल फसल काटती है, बल्कि उसे रस्सी से बांधकर बंडल भी बनाती है. आइए जानते हैं कि यह मशीन किसानों के लिए कैसे फायदेमंद है.
रीपर बाइंडर मशीन क्यों है जरूरी?
रीपर बाइंडर एक ऐसी कृषि मशीन है, जो फसलों की कटाई को आसान और तेज बनाती है. इसमें 1.2 मीटर चौड़ा कटर बार और 10.5 एचपी का डीजल इंजन होता है. इस मशीन की खास बात यह है कि इसमें चार फॉरवर्ड और एक रिवर्स गियर होते हैं. यह गेंहू को जमीन से 5-7 सेमी ऊपर काटती है. इससे होता यह है कि भूसे का नुकसान नहीं पहुंचता. इसके अलावा धान, जौ और अन्य फसलों की कटाई और बंडल बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है.
रीपर बाइंडर की खासियतें
यह मशीन सिंगल सिलेंडर, एयर-कूल्ड डीजल इंजन से चलती है. इसमें दो ड्राइविंग व्हील, क्लच, ब्रेक, स्टीयरिंग और ऑपरेटर की सीट होती है. इसका कटर बार 1.2 मीटर चौड़ा है, जो कटाई को तेज और सटीक बनाता है. इसकी खास बात यह है कि मेहनत को कम करती है और अनाज के नुकसान को भी रोकती है.
रीपर बाइंडर के प्रकार
. ट्रैक्टर चलित- यह रीपर बाइंडर बड़े खेतों के लिए उपयुक्त होती है और इसे ट्रैक्टर से जोड़ा जाता है.
. स्ट्रॉ रीपर बाइंडर- यह बाइंडर खासतौर पर फसल के भूसे को बचाते हुए कटाई करने में मदद करती है.
. स्वचालित रीपर बाइंडर- यह ऑटोमैटिक होती है, जिससे मेहनत और समय दोनों की बचत होती है.
. वॉकिंग बिहाइंड रीपर बाइंडर- यह रीपर बाइंडर छोटे और संकरे खेतों के लिए बढ़िया विकल्प है, जिसे किसान खुद चलाकर इस्तेमाल कर सकता है.
80 हजार से 5 लाख रुपये तक कीमत
बाजार में रीपर बाइंडर मशीन की कीमत 80,000 से 5,00,000 रुपये तक है. इसकी कीमत मशीन के प्रकार और सुविधाओं पर निर्भर करती है. हालांकि, राज्य सरकारें कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत इस तरह की कृषि मशीनों की खरीद पर 50 फीसदी से लेकर 80 फीसदी तक सब्सिडी भी दे रही हैं.