ट्रैक्टर में कैसे कम करें डीजल की खपत? किसानों के लिए 5 आसान टिप्स

ट्रैक्टर की डीजल खपत को कम करने के लिए सबसे पहले नियमित सर्विसिंग कराएं. अगर इंजन सही तरीके से काम कर रहा है, तो वह कम डीजल में ज्यादा काम करेगा.

Noida | Published: 21 Mar, 2025 | 12:17 PM

कृषि क्षेत्र में ट्रैक्टर एक महत्वपूर्ण उपकरण है. यह किसानों को उनके खेतों में काम को आसान और तेज बनाने में मदद करता है. लेकिन, इसके साथ ही ट्रैक्टर का सबसे बड़ा खर्च डीजल पर होता है. जहां एक ओर डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, वहीं किसानों के लिए यह खर्च एक बड़ा बोझ बन गया है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि किसान अपनी ट्रैक्टर की डीजल खपत को कम करने के तरीके अपनाएं, ताकि खेती में खर्च भी कम हो और फसल का लाभ भी बढ़े.

आइए जानते हैं 5 आसान आसान टिप्स, जिन्हें अपनाकर किसान अपने ट्रैक्टर की डीजल खपत कम कर सकते हैं और साथ ही अपने खेती के खर्चों में भी कटौती कर सकते हैं.

ट्रैक्टर की नियमित सर्विसिंग करें

ट्रैक्टर की डीजल खपत को कम करने के लिए सबसे पहले नियमित सर्विसिंग कराएं. अगर इंजन सही तरीके से काम कर रहा है, तो वह कम डीजल में ज्यादा काम करेगा. इंजन के एयर फिल्टर, ऑयल फिल्टर और तेल को समय-समय पर बदलें. इससे इंजन की कार्यक्षमता बनी रहती है और डीजल की खपत भी कम होती है.

इंजन स्पीड को सामान्य रखें

किसी भी मशीन की तरह ट्रैक्टर की स्पीड भी महत्वपूर्ण है. ट्रैक्टर को अधिक तेज न चलाएं, क्योंकि ज्यादा स्पीड की वजह से डीजल की खपत बढ़ जाती है और इंजन पर ज्यादा दबाव पड़ता है. खेती के कामों में ट्रैक्टर को धीमी या सामान्य स्पीड पर चलाना बेहतर होता है, इससे डीजल भी बचता है और काम भी सही तरीके से होता है.

वजन का ध्यान रखें

अगर ट्रैक्टर पर जरूरत से ज्यादा वजन लाद दिया जाए, तो उसे चलाने में इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे डीजल की खपत बढ़ जाती है. इसलिए, ट्रैक्टर पर बेवजह वजन लादने से बचें और जितना संभव हो, ट्रैक्टर को हल्का रखें.

टायर का दबाव सही रखें

ट्रैक्टर के टायर का दबाव भी डीजल की खपत पर असर डालता है. अगर टायर में अधिक या कम दबाव होगा, तो ट्रैक्टर को अधिक मेहनत करनी पड़ेगी, जिससे ईंधन की खपत बढ़ जाएगी. इसलिए, समय-समय पर टायर के दबाव को चेक करें और सही दबाव बनाए रखें.

ऑपरेटर को सही ट्रेनिंग दें

ट्रैक्टर ऑपरेटर की ट्रेनिंग भी डीजल की खपत को कम करने में मदद कर सकती है. अक्सर ऑपरेटर गियर बदलने, ब्रेक लगाने या गति को बढ़ाने में गलती कर देते हैं, जिससे डीजल की खपत बढ़ जाती है. ऑपरेटर को सही तरीके से ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग देने से डीजल की खपत को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है.