तरबूज का आकार उसकी मिठास से जुड़ा होता है. गोल आकार वाले तरबूज ज्यादातर मीठे होते हैं, जबकि लंबे या अंडाकार तरबूज में पानी तो होता है लेकिन स्वाद हल्का होता है. ऐसे में आपको मीठा तरबूज चाहिए तो गोल वाला ही चुनें.
तरबूज का छिलका गाढ़ा हरा, थोड़ा मैट लुक वाला और सख्त होना चाहिए. अगर छिलका बहुत चमकदार या चिकना है तो हो सकता है कि वह पूरी तरह पका न हो. साथ ही, छिलके पर चोट या डेंट नहीं होने चाहिए. ये खराब हिस्सों का संकेत हो सकते हैं.
तरबूज के नीचे की सतह वह हिस्सा होता है जो खेत में जमीन से टच होता है. अगर यह हिस्सा गहरे पीले रंग का है, तो यह पके होने का संकेत है. सफेद या हल्के पीले रंग का मतलब है कि तरबूज पूरी तरह पका नहीं है और उसका स्वाद भी फीका हो सकता है.
तरबूज की छाल पर जो लाइने या धारियां होती हैं, इससे भी आप उसके मीठे या फीके होने का पता कर सकते हैं. अगर ये धारियां पास-पास और मोटी हैं तो तरबूज अच्छी तरह पका और स्वादिष्ट होता है. जबकि दूर-दूर और हल्की धारियों वाले तरबूज कम मीठे होते हैं.
जब आप तरबूज को हल्के से थपथपाते हैं तो उसकी आवाज से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कैसा है. अगर आवाज खोखली और गूंजती हुई है, तो तरबूज पका और मीठा होता है. अगर आवाज भारी और ठोस हो, तो वह अधपका या कम रसीला हो सकता है.
एक ही साइज के दो तरबूज में से जो ज्यादा भारी होगा, उसमें उतना ही अधिक रस और मिठास होगी. इसका मतलब है कि तरबूज में पानी की मात्रा ज्यादा है और यह अच्छी तरह पका है. हल्का तरबूज अंदर से सूखा और बेस्वाद हो सकता है. (PC - Canva)