यह मिर्च न सिर्फ स्वाद में जबरदस्त तीखी होती है, बल्कि देखने में भी इतनी खूबसूरत होती है कि आपके बगीचे के लुक को भी अधिक आकर्षक बना सकती हैं. इसकी खास बात ये है कि इस मिर्च के पौधे अधिक गर्म मौसम और कीट Cucumber Mosaic Virus (CMV) को भी झेल सकते हैं.
यह हाइब्रिड किस्म सिर्फ 65-70 दिनों में तैयार हो जाती है. यानी दो महीने से भी कम समय में आप घर बैठे ताजा मिर्च तोड़ सकते हैं. इस मिर्च की लंबाई 7-8 सेंटीमीटर और मोटाई 1-1.1 सेंटीमीटर होती है. पकने के साथ इनका रंग बैंगनी से लाल हो जाता है. यह स्वाद में काफी तीखी होती है.
इसे बीजों के जरिए उगाने के लिए हल्की मिट्टी, थोड़ी धूप की जरूरत होती है. बीजों को लगभग 1/4 इंच गहराई में बोएं और हल्के हाथ से पानी दीजिए. 7-10 दिनों के अंदर बीज अंकुरित हो जाते हैं. पौधों को कम से कम 6-8 घंटे धूप नियमित रूप से दिखाएं.
जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएं तो इन्हें 12x12 या 15x15 इंच के HDPE ग्रो बैग या गमलों में शिफ्ट कर दें. भारत में इन मिर्च के बीजों को फरवरी से अप्रैल और जुलाई से सितंबर के बीच बोया जा सकता है. इसके साथ ही पौधे को पानी तभी दें जब मिट्टी ऊपर से सूखी हो.
हर 2-3 हफ्ते में जैविक खाद जैसे वर्मीकम्पोस्ट या गोबर खाद डालते रहें. पौधों को सहारा देने के लिए लकड़ी के डंडे या सपोर्ट का इस्तेमाल करें. यह मिर्च विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होती है, जो सेहत के लिए भी फायदेमंद है. इन्हें आप सब्जियों, चटनी, अचार या सॉस बनाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.