मोरिंगा फूल को वनस्पति विज्ञान में मोरिंगा ओलीफेरा के रूप में क्लासीफाइड किया गया है. यह एक खूशबूदार फूल है जिसे खाया भी जा सकता है. ये फूल उष्णकटिबंधीय जलवायु में साल भर उपलब्ध रहते हैं. हर फूल में पांच नरम, पतली और सफेद पंखुड़ियां होती हैं जो कभी-कभी पीले रंग की होती हैं. इन सुगंधित फूलों का स्वाद हल्का, हल्का मीठा होता है.
सहजन को मोरिंगा के नाम से जाना जाता है. मोरिंगा एक औषधीय पौधा है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए वरदान बन सकता है. मोरिंगा के फूलों में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स की भरमार होती है. इसके फूल शरीर को एनर्जी और ताजगी प्रदान करते हैं.
आयुर्वेद और अन्य प्राचीन ग्रंथों में इन फूलों के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया गया है. मोरिंगा के फूलों का सेवन कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करते हैं. ये फूल शरीर की सूजन, पाचन समस्याएं और इम्यून सिस्टम की कमजोरी दूर करने में असरदार हो सकते हैं.
सहजन के फूल सूजन को कम करने, हड्डियों की मजबूती बढ़ाने और शरीर के पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद करते हैं. इसके फूलों का नियमित सेवन कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाने के अलावा ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है.
विशेषज्ञों की मानें तो जब इन फूलों को इनकी शुरुआती अवस्था में ही तोड़ लिया जाए तो इसका सबसे अच्छा प्रयोग होता है. एक बार कटाई के बाद, उन्हें ताजा या पकाकर कई तरह के व्यंजनों में शामिल किया जाता है.
मोरिंगा के फूल विटामिन ए, सी, पोटेशियम, आयरन और मिनो एसिड के रिच सोर्स हैं और ऐसे में इनके कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं. आज के दौर में जब लोगों को कई तरह की लाइफस्टाइल डिजीज हो रही हैं तो एक्सपर्ट्स इन्हें सेहत के लिए वरदान करार देते हैं.