यूपी में गन्ना पैदावार बढ़ेगी, उन्नत किस्मों और कीटों से बचाव के तरीके बताए

ट्रेनिंग में बताया गया कि कैसे तकनीक खेती में प्लानिंग और ट्रैकिंग में सुधार सकती है. गन्ना की खेती में आधुनिक सिंचाई और कटाई तकनीक, रैटून फसल प्रबंधन आदि में मशीनों के इस्तेमाल पर जोर दिया गया.

लखनऊ | Updated On: 14 Apr, 2025 | 01:03 PM

गन्ना की पैदावार बढ़ाने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्नत किस्मों की बुवाई और फसल को कीटों से बचाना जरूरी है. इसके लिए सरकार और निजी क्षेत्र की चीनी मिलें किसानों और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे रही हैं. इसी कड़ी में चीनी मिलें संचालित करने वाली कंपनी जुआरी इंडस्ट्रीज के शुगर प्रोडक्शन यूनिट ने अपने गन्ना विभाग से जुड़े लोगों को ट्रेनिंग दी. बता दें कि इससे पहले योगी सरकार ने गन्ना किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराने के लिए वैज्ञानिकों को निर्देशित कर चुकी है. गन्ना उत्पादन बढ़ाने के लिए टिश्यू कल्चर तकनीक का इस्तेमाल करके कृषि वैज्ञानिक गन्ना की उन्नत किस्में तैयार कर रहे हैं.

एग्री प्रैक्टिस पर पर ध्यान देने की जरूरत पर जोर

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जुआरी इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एसपीई डिवीजन) ने 9 से 11 अप्रैल 2025 तक होटल लैंडमार्क रॉयल में गन्ना विभाग के लिए तीन दिवसीय क्षमता निर्माण और कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया. इस पहल का उद्देश्य तकनीकी ज्ञान, रणनीतिक सोच और फील्ड लेवल टीमों के बीच डिजिटल अपनाने को बढ़ावा देना था, जिससे गन्ना मूल्य श्रृंखला को और मजबूत किया जा सके. ट्रेनिंग सेशन में बुनियादी कृषि पद्धतियों पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया गया.

आधुनिक तरीके से सिंचाई-कटाई की जानकारी दी

ट्रेनिंग में हिस्सा लेने वाले लोगों को मृदा प्रबंधन, गन्ना किस्मों की पहचान और चुनाव, एकीकृत कीट और रोग नियंत्रण के तरीके बताए गए. इसके साथ ही उन्नत कृषि विज्ञान और गन्ना प्रबंधन में डिजिटल नवाचार की भूमिका पर चर्चा की गई. इस दौरान रोपाई तकनीक, गन्ना बंधन तकनीक और मार्केटिंग स्ट्रेटजी पर फोकस किया गया. बताया गया कि कैसे तकनीक खेती में प्लानिंग और ट्रैकिंग में सुधार कर सकती है. ट्रेनिंग के दौरान गन्ना की खेती से आधुनिक सिंचाई और कटाई तकनीक, रैटून फसल प्रबंधन और मिट्टी और रस विश्लेषण किया गया. इसके साथ ही मशीनों के इस्तेमाल और जोर दिया गया.

गन्ना क्षेत्र को टिकाऊ विकास से बढ़ावा मिलेगा

जुआरी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक और यूनिट हेड, एसपीई डिवीजन आलोक सक्सेना ने कहा कि जुआरी इंडस्ट्रीज में हम खेती के लिए वैज्ञानिक और आधुनिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए हर स्तर पर अपनी टीमों को सशक्त बनाने में विश्वास करते हैं. इस ट्रेनिंग में एक्सपर्ट और टेक्नोलॉजी पार्टनर्स समेत गन्ना विभाग को एक साथ लाया गया. हमारा टारगेट पारंपरिक प्रथाओं को बदलना और गन्ना क्षेत्र में टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना है. ऐसी पहलों के जरिए जुआरी इंडस्ट्रीज भारत के चीनी और इथेनॉल इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने का काम कर रही है.

Published: 11 Apr, 2025 | 05:49 PM