किसान हैं शिवराज सिंह चौहान.. खुद की बनवाई फार्मर आईडी, जानिए क्या है Farmer ID Project

फार्मर आईडी कृषि क्षेत्र के डिजिटल बदलाव का एक अहम हिस्सा है. इसकी मदद से किसानों को किसी भी योजना का लाभ उठाने के लिए बार-बार KYC कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

नोएडा | Updated On: 14 Apr, 2025 | 11:02 PM

किसानों तक सरकार द्वारा चलाई जा रही हर योजना का लाभ पहुंच सके इसके लिए डिजिटल कृषि मिशन के तहत फार्मर आईडी की शुरुआत की गई है. सरकार का यह कदम कृषि क्षेत्र में चल रहीं केंद्र सरकार की अलग-अलग योजनाओं और सेवाओं तक किसानों की पहुंच को आसान और प्रभावी बनाने के मकसद से उठाया गया है. इसी कड़ी में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के किसानों को फार्मर आईडी बनवाने के लिए प्रेरित और बढ़ावा देने के लिए खुद फार्मर आईडी बनवाई. बता दें कि कृषि मंत्री पेशे से खुद एक किसान हैं . कुछ महीने पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह एमपी के विदिशा में बने अपने आवास पर लौकी की खेती करते हुए नजर आए थे. इस मौके पर उनकी धर्मपत्नी भी उनके साथ मौजूद थीं. खेती करते हुए कृषि मंत्री की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय रहीं थीं.

क्यों जरूरी है फार्मर आईडी

फार्मर आईडी कृषि क्षेत्र के डिजिटल बदलाव का एक अहम हिस्सा है. इसकी मदद से किसानों को किसी भी योजना का लाभ उठाने के लिए बार-बार KYC कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी. फार्मर आईडी की मदद से ही अब किसानों को भविष्य में पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त का लाभ मिलेगा. इस आईडी की मदद से किसान बैंक से आसानी से रुपये उधार ले सकेंगे.  कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा फार्मर आईडी बनाने का अभियान इसलिए चलाया जा रहा है ताकि किसानों को खेती संबंधी सभी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. कृषि मंत्री ने किसानों से आग्रह किया है कि वे जल्द से जल्द फार्मर आईडी बनवा लें.

देश में बन चुकी हैं 5.5 करोड़ फार्मर आईडी: कृषि मंत्री

कृषि मंत्री ने बताया कि अबतक देश में 5.5 करोड़ से भी ज्यादा फार्मर आईडी बन चुकी हैं. मध्य प्रदेश के 78 लाख किसानों ने अब तक फार्मर आईडी बनवा ली है. कृषि मंत्री ने किसानों से एक जगह सारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए फार्मर आईडी बनवाने की भी अपील की.

पात्रता और जरूरी दस्तावेज

फार्मर आईडी बनवाने के लिए जरूरी है कि आवेदन करने वाले किसान भारत के ही नागरिक हों. साथ ही आवेदक की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. इसके साथ ही आवेदक के पास खेती के लिए जमीन का होना जरूरी है. फार्मर आईडी के लिए आवेदन करने के लिए किसानों के पास कुछ दस्तावेजों का होना जरूरी है जैसे-

  • आवेदक का आधार कार्ड
  • आवेदक का खुद का बैंक खाता होना जरूरी है
  • बैंक पासबुक और पैन कार्ड होना अनिवार्य है
  • जमीन के दस्तावेज जैसे- खसरा, खतौनी, जमाबंदी आदि
  • आवेदन करने वाले किसान की पासपोर्ट साइज फोटो जरूरी है
  • आवेदक का मोबइल नंबर और ई-मेल होना भी जरूरी है

ऐसे करें आवेदन

फार्मर आईडी बनवाने के लिए किसान कई तरीकों से आवेदन कर सकते हैं. किसान चाहें तो नजदीकी जनसेवा केंद्र जाकर फार्मर आईडी के लिए आवेदन कर सकते हैं. किसानों की सहूलियत के लिए गांव-गांव में कैंप लगाकर भी आईडी बनाई जा रही हैं. किसान चाहे तों मोबाइल ऐप के जरिए भी फार्मर आईडी बनवा सकते हैं. इसके अलावा राज्य सरकारें भी फार्मर आईडी बनवाने के लिए जगह-जगह जागरूकता कैंपेन चला रही हैं.

इन राज्यों में लागू है फार्मर आईडी

अब तक 19 राज्य केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से जुड़ चुके हैं. गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश में इस पर पायलट प्रोजेक्ट की तरह काम शुरू हो चुका है.

Published: 14 Apr, 2025 | 05:09 PM