पौधों को रोगमुक्त बना रही टिश्यू कल्चर तकनीक, उपज और क्वालिटी में हो रहा सुधार

टिश्यू कल्चर तकनीक के माध्यम से पौधों को रोग लगने से बचाया जा सकता है. इसके साथ ही पौधे की उपज भी अच्छी होती है. इस तकनीक के इस्तेमाल से नए और बेहतर किस्म के पौधों के विकास में मदद मिलती है.

नई दिल्ली | Updated On: 25 Apr, 2025 | 03:23 PM

किसी भी फसल के अच्छे उत्पादन के लिए फसल का स्वस्थ रहना बेहद ही जरूरी है. खेती करते समय किसानों को भी इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए और उन्हें जानकारी भी होनी चाहिए कि उनकी फसलों के सही उत्पादन के लिए किन सावधानियों को बरतना चाहिए .उन्हें अपनी फसलों की अच्छी देखभाल करनी चाहिए. कई बार फसलों में रोग लग जाते हैं , फसलों को रोग लगने से बचाने के लिए किसान कई तरह की तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं. इन्हीं में से एक तकनीक है टिश्यू कल्चर तकनीक. इस तकनीक की मदद से किसान अच्छे उत्पादन के साथ-साथ अच्छा मुनाफा भी कमाते हैं. तो चलिए जान लेते हैं कि क्या है टिश्यू कल्चर तकनीक.

क्या है टिश्यू कल्चर तकनीक

टिश्यू कल्चर तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें बढ़ते हुए पौधे के ऊपरी हिस्से के टिश्यू को काट लिया जाता है. ऐसा करने के बाद काटे गए टिश्यू को प्लांट हार्मोन और पोषक तत्व से मिलाकर बनाई गई जैली में रखा जाता है. यह जैली पौधे के लिए जरूरी पोषक तत्वों, हार्मोन्स और जीवाणु नाशक तत्वों से समृद्ध होती है. इस जैली में पौधे के टिश्यू को रखने से पौधों की जड़ों का विकास होता है. इसके बाद जब यह टिश्यू पत्ते की रूप में बढ़ने लगता है तब पौधों की रोपाई शुरू की जाती है.

पौधों को रोगमुक्त बनाने में मददगार

टिश्यू कल्चर तकनीक के माध्यम से पौधों को रोग लगने से बचाया जा सकता है. इसके साथ ही पौधे की उपज भी अच्छी होती है. इस तकनीक के इस्तेमाल से नए और बेहतर किस्म के पौधों के विकास में मदद मिलती है. इस तकनीक से न केवल पौधों के उत्पादन को बेहतर किया जा सकता है बल्कि ऐसे पौधे जो लुप्त हो रहे हैं उन्हें भी संरक्षित किया जा सकता है.

टिश्यू कल्चर से उगाएं केला, अनानास

टिश्यू कल्चर तकनीक की मदद से केले और अनानास को तेजी से और बड़े पैमाने पर उगाया जा सकता है. इसके अलावा कई फलों और सब्जियों को भी टिश्यू कल्चर तकनीक का इस्तेमाल कर उगाया जा सकता है. आज के समय पर किसान इस तकनीक से न केवल अच्छा उत्पादन कर रहे हैं बल्कि तगड़ी कमाई कर अपनी आर्थिक स्थिति में भी सुधार ला रहे हैं.

Published: 25 Apr, 2025 | 03:23 PM