एक भिखारी भी 1 रुपये भीख नहीं लेता…महाराष्‍ट्र के कृषि मंत्री ने फसल बीमा पर दिया विवादित बयान

पिछले दिनों महाराष्‍ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने फसल बीमा योजना पर एक बड़ा बयान देकर हंगामा खड़ा कर दिया है. कोकाटे ने अपने बयान में किसानों की तुलना भिखारियों से कर डाली है.

Agra | Updated On: 4 Mar, 2025 | 10:02 AM

पिछले दिनों महाराष्‍ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने फसल बीमा योजना पर एक बड़ा बयान देकर हंगामा खड़ा कर दिया है. कोकाटे ने अपने बयान में किसानों की तुलना भिखारियों से कर डाली है और उनके इस बयान पर विवाद हो रहा है. कोकाटे ने अमरावती में कृषि विकास सम्मेलन और प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान फसल बीमा योजना पर पूछे गए सवाल का जवाब विवादित तरीके से दिया. उनसे कृषि प्रदर्शनी में मीडिया ने एक रुपये की फसल बीमा योजना पर सवाल पूछा था.

कृषि मंत्री का विवादित जवाब

उनसे पूछा गया था कि क्या 1 रुपये की योजना किसानों की तुलना में बीमा कंपनियों के लिए ज्‍यादा फायदेमंद है? इस पर कोकाटे ने कहा, ‘एक भिखारी भी 1 रुपये भीख नहीं लेता, लेकिन यहां हम 1 रुपये में फसल बीमा दे रहे हैं. फिर भी कुछ लोग हैं जो इसका गलत प्रयोग करने की फिराक में हैं.’ उन्‍होंने आगे कहा कि इसमें कुछ अनियमितताएं हैं जैसे दूसरे राज्यों के लोग भी इसके लिए अप्‍लाई कर रहे हैं. कोकाटे की मानें तो जांच के बाद करीब चार लाख आवेदन खारिज कर दिए गए हैं.

क्‍या बंद होगी फसल बीमा योजना

यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार इस योजना को बंद करके 100 रुपये की फसल बीमा योजना शुरू करने की योजना बना रही है, कोकाटे ने कहा कि इसे बंद करने की कोई योजना नहीं है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि दुरुपयोग को रोकने के लिए कुछ फैसले लिए जाएंगे. उनका कहना था कि और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ चर्चा करके सही कार्रवाई का रास्ता तय करने में मदद मिलेगी.

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस योजना का लाभ सही किसानों को मिलना चाहिए. उनकी मानें तो सरकार को इसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के अनुभव देखने को मिले हैं. उन्होंने किसानों का शोषण करने के लिए बीमा कंपनियों की भी आलोचना की.

विपक्ष ने की हटाने की मांग

उनके बयान के बाद विपक्षी उन पर हमलावर हो गए हैं. कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने कोकाटे को ‘असंवेदनशील’ बताया और मांग की है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उन्‍हें तुरंत मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए. उनकी मानें तो कृषि मंत्री ने किसानों को भिखारी कहकर इस सरकार ने उनकी पूरी तरह उपेक्षा की है. अब यह साफ हो गया है कि यह सरकार किसानों के साथ खड़ी नहीं है.

वडेट्टीवार ने कहा कि कृषि मंत्री ने किसानों का अपमान किया है, कर्जमाफी से इनकार किया है, फसल बीमा योजना में भ्रष्टाचार की अनुमति दी है और अब सीधे उन्हें भिखारी करार दिया है. यह महायुति सरकार की असली मंशा को उजागर करता है.

Published: 20 Feb, 2025 | 03:47 PM