आग से जली 325 एकड़ गेहूं फसल, मुआवजे पर गरमाई राजनीति.. क्षतिपूर्ति पोर्टल खुला

भारतीय किसान एकता के प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली ने बताया कि बीते सप्ताह से लगभग हर दिन आगजनी की घटनाएं हो रही हैं. सिरसा जिले में 325 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई है.

नोएडा | Updated On: 20 Apr, 2025 | 09:21 PM

हरियाणा के सिरसा जिले में अलग-अलग गांवों में आगजनी की घटनाओं से 325 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रह में खड़ी गेहूं की फसल नष्ट हो गई है. जबकि, पशुओं का भूसा भी जल गया है. जिले के रुपाणा गांव, सुचान कोटली, भंगू गांव में समेत करीब दर्जनभर गांव में खेतों में आग लगने की घटनाएं दर्ज की गई हैं. किसान संगठन भारतीय किसान एकता के विरोध प्रदर्शन और नाराजगी के बाद सीएम को मुआवजे की चिट्ठी लिखी गई है. जबकि, स्थानीय सांसद ने सीएम को लेटर भेजकर जल्द से जल्द मुआवजे की देने की अपील की है. किसान नेताओं ने किसान इंडिया को बताया कि 18 अप्रैल को राज्य सरकार ने क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है.

हरियाणा में भारतीय किसान एकता के प्रदेश अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने ‘किसान इंडिया’ को बताया कि बीते सप्ताह से लगभग हर दिन आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं. उन्होंने बताया कि सिरसा जिले के रुपाणा गांव, सुचान कोटली गांव में आग से करीब 40 एकड़ में फसल जल गई. जबकि, भूसा भी नष्ट हो गया. इसी तरह रोड़ी गांव में 13 एकड़ में आग लगी, भंगू गांव समेत करीब दर्जन भर गांव में किसानों की फसलों में आग लगी है. उन्होंने कहा कि अब तक सिरसा जिले में 325 एकड़ से ज्यादा  क्षेत्र में लगी गेहूं की फसल आग से जल चुकी है. जबकि, पशुओं के लिए रखा गया भूसा भी जल गया है.

गेहूं के साथ कुछ किसानों के घर भी आग की चपेट में आए

किसान नेता लखविंदर सिंह औलख ने बताया कि गेहूं की खड़ी हुई फसल पर आग का कहर निरंतर जारी है. पिछले कई दिनों से शॉर्ट सर्किट की वजह से हरियाणा के अलग-अलग जिलों में आगजनी हो रही है. शुक्रवार को हरियाणा में किसानों की हजारों एकड़ गेहूं की खड़ी फसल आग से जलकर राख हो गई. कई जगह पर सोलर पंप, पशु चारा, खेतों में बनी हुई ढाणियों सहित ट्रैक्टर ट्रालियों को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया. उन्होंने कहा कि किसानों की हालत पहले से ही दयनीय है. पिछले 4-5 सालों से नरमा की फसल बर्बाद हो रही है. कई सालों बाद गेहूं व सरसों की फसल अच्छी उपज हो रही थी, लेकिन अ आग ने तांडव मचा रखा है. पशुओं को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया है, जबकि किसानों-मजदूरों के घर भी जल गए हैं.

फसल, सामान और पशुधन के नुकसान की भरपाई हो

किसान नेने बताया कि बहुत से किसानों ने ठेके पर जमीन ली हुई थी, ऐसे में उनके सामने खाने के लिए गेहूं के साथ-साथ पशुओं के लिए भूसा की भी समस्या हो गई है. यहां तक की कई किसानों के खेतों में लगे सोलर सिस्टम भी आग की भेंट चढ़ गए हैं. उन्होंने सीएम नायब सिंह सैनी से अपील करते हुए कहा कि बर्बाद हुई फसल का मुआवजा अति शीघ्र जारी किया जाए, ताकि किसान खरीफ की फसल की बुवाई कर सकें. गेहूं के साथ-साथ सोलर पंप, ट्रैक्टर, भूसा समेत अन्य नुकसान की भी भरपाई करवाई जाए.

सांसद कुमारी सैलजा ने मुआवजे के लिए सीएम को लिखी चिट्ठी

सिरसा से सांसद और दिग्गज कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने गेहूं में आग की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने लिखा है कि मेरे संसदीय क्षेत्र सिरसा के कई गांवों में खेतों में लगी आग से किसानों की गेहूं की फसलें जलकर नष्ट हो गईं. भारतीय किसान एकता की ओर से सूचित किया गया कि यह हादसा कई जगहों पर बिजली विभाग की लापरवाही विशेषकर झुकी हुई व टूटी हुई बिजली लाइनों के कारण हुआ. कुमारी सैलजा ने कहा कि मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी को पत्र लिखकर इन गांवों में विशेष गिरदावरी कराने व प्रभावित किसानों को शीघ्र व समुचित मुआवज़ा देने की मांग की है, ताकि उनकी मेहनत और आजीविका की भरपाई हो सके.

किसानों के गुस्से के बाद सरकार ने खोला क्षतिपूर्ति पोर्टल

भारतीय किसान एकता के प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली ने बताया कि आगजनी की घटनाएं बिजली विभाग की लापरवाही के चलते हुई हैं. किसानों की शिकायतों के बाद भी बिजली के तार ठीक नहीं किए गए हैं, जिनमें स्पार्किंग के बाद निकली चिंगारियों ने फसल को तबाह कर दिया है. उन्होंने बताया कि जली फसलों और सामान को लेकर लिखित शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. उन्होंने बताया कि पीड़ित किसानों की नाराजगी के बाद अब कृषि विभाग के पटवारी भी रिपोर्ट बनाकर भेजेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों की नाराजगी और प्रदर्शन के बाद राज्य सरकार ने क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है. क्षतिपूर्ति पोर्टल पर किसान अपने नुकसान की जानकारी दर्ज कर सकते हैं.

Published: 20 Apr, 2025 | 08:38 PM

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