भीषण गर्मी और तेज चिलचिलाती धूप में हर कोई बस गर्मी से बचने के उपाय ढूंढता है. सबकी कोशिश रहती है कि किसी भी तरह शरीर को ठंडा रखें और मौसमी बीमारियों से खुद को बचाए रखें. गर्मियों में डॉक्टर्स भी यही सलाह देते हैं कि शरीर में पानी न कम होने दें और शरीर को ठंडक पहुंचाने वाली चीजों का सेवन करें. ऐसे में बाहर की केमिकल युक्त ड्रिंक्स पीने से बेहतर होता है कि घर में नींबू पानी या छाछ का सेवन कर लिया जाए. साथ ही इन ड्रिंक्स में अगर कुछ जड़ी-बूटी यानी हर्ब्स डाल दी जाएं तो स्वाद भी बढ़ जाता है और सेहत के लिए भी फायदे मंद होता है. हम बात कर रहे हैं पुदीना , धनिया और तुसली की . सबसे खास बात यह है कि इन तीनों पौधे को आप अपने घर में ही उगा सकते हैं.
गमले में 25 दिन में निकल आएगी धनिया
धनिया को बीज और कटिंग दोनों तरह से उगाया जा सकता है. कटिंग से धनिया उगाने के लिए बाजार से धनिया खरीद कर गमले में लगानी होगी. वहीं आरग आप बीज से धनिया लगाना चाहते हैं तो धनिया के बीजों को मसलकर दो भागों में तोड़ लें. तोड़े गए बीजों को 6 से 8 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें. इसके बाद बीजों को गमले में डाल दें . बता दें कि धनिया को उगने के लिए हर दिन कम से कम 4 से 5 घंटे की धूप की जरूरत होती है. नियमित रूप से पौधे को पानी दें ताकि नमी बनी रहे. ध्यान रहे कि आर हर 15 दिन में एक बार वर्मीकमपोस्ट का इस्तेमाल जरूर करें. आप देखेंगे कि 25 से 30 दिन बाद धनिया की पत्तियां तैयार हो जाएंगी.
मिट्टी में 2 इंच नीचें दबाएं पुदीना का बीज
धनिया की तरह ही पुदीना उगाने के लिए भी आप बीज या कटिंग, दोनों ही तरीके अपना सकते हैं. अगर आप कटिंग से पुदीना उगा रहे हैं तो पुदीना के पौधे से 4 से 6 इंच लंबी टहनी लें. इसे गमले की मिट्टी में 2 इंच की गहराई में लगाकर हल्के हाथों से दबा दें. अगर आप बीज से पुदीना लगा रहे हैं तो, मिट्टी की सतह पर बीजों को छिड़क दें और ऊपर से हल्की मिट्टी से ढक दें. पुदीनो को उगने के लिए पौधे को धूप और छांव दोनों की जरूरत होती है. पौधे में नमी को बनाकर रखें, मिट्टी को सूखने न दें.पुदीने की पत्तियों को होने के बाद बड़ा होने के बाद आप इसकी पत्तियों को काट सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं.
तुलसी के लिए इन बातों का रखना होगा ध्यान
तुलसी उगाने के लिए सबसे पहले आपको गमले की जरूरत होगी. मीडियम या बड़े आकार के गमले में 50 परसेंट कोकोपीट और 50 परसेंट वर्मीकम्पेस्ट मिलाकर भर दें. उसके बाद, तुलसी के बीज या कटिंग लगाएं और अच्छी तरह से पानी दें. ध्यान रहे आप तुलसी के पौधे को ऐसी जगह रखें जहाँ उसे पर्याप्त धूप और हवा मिले. नियमित रूप से पानी दें और मिट्टी को नम रखें. महीने में एक बार खाद दें.बता दें कि तुलसी का पौधा एक बार लगने के बाद कई सालों तक चलता है.