तेलंगाना में धान, कपास और मक्‍का के नकली बीजों ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें

तेलंगाना में खरीफ 2025 सीजन की तैयारियां जोरों पर हैं. वहीं इसके विशाल कृषि क्षेत्र के लिए बीज की जरूरतें पूरी करना भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. राज्य का कुल फसल क्षेत्र बढ़कर पिछले साल 232.58 लाख एकड़ हो गया.

Noida | Published: 22 Mar, 2025 | 10:26 AM

तेलंगाना में किसान इन दिनों खासे परेशान हैं. एक तरफ उन्‍हें फसल में घाटा हो रहा है तो दूसरी तरफ वो भारी कर्ज में डूबते चले जा रहे हैं. वहीं अब एक नई समस्‍या उनके सामने आ गई है. यहां पर किसान नकली बीजों के बढ़ते खतरे का सामना करने को मजबूर हैं. तेलंगाना में किसान साल 2025 खरीफ सीजन के लिए तैयारी कर रहे हैं. कृषि क्षेत्र बढ़ चुका है और यहां विशाल कृषि क्षेत्र के लिए बीज की जरूरत एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.

इस बार बढ़ गया कृषि क्षेत्र

तेलंगाना में खरीफ 2025 सीजन की तैयारियां जोरों पर हैं. वहीं इसके विशाल कृषि क्षेत्र के लिए बीज की जरूरतें पूरी करना भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. तेलंगाना टुडे के अनुसार राज्य का कुल फसल क्षेत्र 2014-15 में 129.04 लाख एकड़ से बढ़कर पिछले साल 232.58 लाख एकड़ हो गया. इस वजह से अब उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की मांग बढ़ रही है. जून में खरीफ सीजन की शुरुआत हो जाएगी जो मुश्किल से 75 दिन दूर है. खरीफ राज्य के कुल फसल क्षेत्र के आधे से अधिक हिस्से पर कब्जा कर लेगा.

व्‍यापारियों की कालाबाजारी!

धान, कपास और मक्का के बीजों की बढ़ती मांग ने वितरण प्रणाली पर काफी दबाव डाला है. जरूरी सप्‍लाई सुनिश्चित करने के सरकारी प्रयासों के बावजूद, करीमनगर, पेड्डापल्ली और जगतियाल जैसे जिलों में किसानों का हाल बेहाल है. उन्‍हें हाल ही में रबी सीजन के दौरान भी धान और कपास के अच्‍छे बीजों के कुछ ब्रांडों की कमी का सामना करना पड़ा है. कुछ मामलों में, व्यापारियों ने कीमतों को बढ़ाने के लिए जानबूझकर कमी पैदा करके समस्या को और बढ़ा दिया है. इससे किसानों को डिस्‍ट्रीब्‍यूशन सेंटर्स पर लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ रहा है.

पकड़े गए लाखों के नकली बीज

नकली बीजों का खतरा किसानों के लिए एक बड़ी चिंता के रूप में फिर से उभरा है. नकली बीज मामले में मंचेरियल जिला एक बड़ा केंद्र बन चुका है. यहां पर हाल ही में 12 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 46 लाख रुपये मूल्य के 1,611 किलोग्राम नकली बीज जब्त किए गए. राज्‍य में विशेष टीमों को तैनात किया गया है. साथ ही आदतन अपराधियों के खिलाफ निवारक निरोध अधिनियम लागू किया जा रहा है. आदिलाबाद जिले में पहले छह मामले दर्ज किए गए थे.

अधिकारी सतर्क, किसानों को कर रहे जागरूक

हाल ही में हैदराबाद पुलिस के साथ चलाए गए एक अभियान के दौरान 17.5 लाख रुपये मूल्य के 700 किलोग्राम नकली बीजी-III कपास के बीज वितरित करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया. कृषि विभाग निगरानी बढ़ाने और छापेमारी करने के लिए एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. नकली बीजों की समस्या से निपटने के लिए संयुक्त टीमें तैनात की जा रही हैं.

नलगोंडा जैसे जिलों में, जहां पिछले सात सालों में नकली बीज खरीद के 367 मामले दर्ज किए गए हैं. कुछ मामलों की जांच चल रही है. अधिकारी किसानों की सुरक्षा के लिए एहतियाती उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

खम्मम जिले में, अधिकारियों ने रायथु वेदिकाओं के जरिये किसानों तक पहुंच बनाई है. साथही उनसे संदिग्ध ब्रांडों से बचने का अनुरोध किया गया है. वहीं जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ाया जा रहा है. इसमें किसानों को नकली उत्पादों के शिकार होने से बचने के लिए प्रमाणित डीलरों से बीज खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.