मेरठ के प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण फार्म पर बासमती बीज वितरण मेला और किसान गोष्ठी का आयोजन एक ऐतिहासिक मौके में बदल गया. BEDF आयोजित इस मेले में सात राज्यों से करीब 1000 किसान पहुंचे, जो रात 12 बजे से ही लाइन में लग गए थे.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से फसलों को लेकर किसानों को एडवाइजरी जारी की है. गन्ना के लिए यह उपयुक्त समय बताया गया है. लौकी और भिंडी की बुवाई करने के साथ ही जीरा, स्ट्राबेरी समेत कई फसलों के लिए सलाह दी गई है.
ग्रामीण इलाकों में लोग खाद-बीज की दुकान खोलकर अच्छी कमाई कर रहे हैं. जिससे वे आर्थिक तौर पर मजबूत भी बनते हैं. जो युवा दुकान खोलना चाहते हैं तो उन्हें लाइसेंस की जरूरत होगी. आइये जानते हैं पूरी प्रक्रिया..
पत्ता गोभी के बीज को लगाते समय ध्यान रखें कि गमले में बीज को 1-2 इंच की गहराई पर ही लगाएं. बीजों के बीच थोड़ा अंतर छोड़ें ताकि पौधे को फैलने के लिए जगह मिल सके.
खेत में लगी दलहनी फसलों के साथ-साथ हर तरह की फसल के लिए एन.पी.के (N.P.K) यानी नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम बहुत जरूरी होता है.
फसलों की बुआई करने पर किसानों को प्रोत्साहित और बढ़ावा देने के लिए रु 1500 से रु 4000 प्रति हेक्टेयर की सहायती दी जाएगी.