खेती को बढ़ावा देने के लिए भारत में इजराइल तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है. इसी तरह अब ब्राजील की खेती तकनीक के इस्तेमाल पर भी जोर दिया जा रहा है. दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ब्राजील दौरे पर हैं और वहां उन्होंने सोयाबीन उत्पादन के क्षेत्र में वहां की प्रगति को देखकर उत्साह जताया है. उन्होंने एक प्रमुख सोया तेल क्रशिंग और पैकेजिंग प्लांट का दौरा किया. उन्होंने वहां की अत्याधुनिक मशीनों, वैज्ञानिक प्रक्रियाओं और रिसर्च सिस्टम की तारीफ की. शिवराज सिंह ने कहा कि ब्राजील का मॉडल फार्मिंग और तकनीकी प्रगति भारतीय किसानों के लिए प्रेरणादायक हो सकती है. इसके अलावा टमाटर की खेती और उन्नत मशीनों के इस्तेमाल पर उनका जोर रहा.
भारतीय किसान ब्राजील मॉडल से प्रेरणा लें
शिवराज सिंह चौहान ने प्लांट का दौरा करने के बाद कहा कि ब्राजील ने सोयाबीन उत्पादन में जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वह काबिल-ए-तारीफ हैं. यहां की मशीनीकरण प्रक्रिया और वैज्ञानिक दृष्टिकोण देखकर मैं अभिभूत हूं. यदि भारत में भी ऐसी तकनीकों को अपनाया जाए तो सोया उत्पादन में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है. उन्होंने भारतीय किसानों से ब्राजील के इस मॉडल से प्रेरणा लेने की अपील की.
वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 के लिए न्योता
इस दौरे के दौरान शिवराज ने ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल को सितंबर 2025 में भारत में आयोजित होने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 में भाग लेने का आमंत्रण दिया. उन्होंने इस आयोजन को वैश्विक खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बताया,जहां भारत और ब्राजील जैसे कृषि-प्रधान देश नई साझेदारियां स्थापित कर सकते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच तकनीकी आदान-प्रदान और संयुक्त रिसर्च से किसानों और उद्योगों को व्यापक लाभ होगा.
ब्राजील में टमाटर के खेत में सिंचाई की व्यवस्था देखी। यहां कम पानी में ज्यादा सिंचाई की व्यवस्था की गई है। ये सारा System Controlled है, जिससे पौधे को जितनी जरूरत है, उतना पानी दिया जाता है। pic.twitter.com/n6cro9VQEq
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 16, 2025
भारत-ब्राजील कृषि सहयोग को नई दिशा
शिवराज सिंह चौहान ने भारत और ब्राजील के बीच कृषि और खाद्य प्रसंस्करण में सहयोग की असीम संभावनाओं पर बल दिया. उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों देशों को तकनीकी नवाचार, संयुक्त अनुसंधान और निवेश के नए रास्ते तलाशने चाहिए. इससे न केवल खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि निर्यात के क्षेत्र में भी दोनों देशों को वैश्विक बाजार में मजबूती मिलेगी.
मशीनों से मक्का और टमाटर की खेती
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि ब्राजील के टमाटर खेतों में कम पानी में अधिक सिंचाई की वैज्ञानिक व्यवस्था की गई है. उनका कहाना है कि यहां सिंचाई का सारा सिस्टम कंट्रोल्ड है. पौधे को जितनी जरूरत है, उतना ही पानी दिया जाता है. इससे जल की बर्बादी नहीं होती और उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. इसके अलावा, उन्होंने मक्का की खेती भी देखी जो पूरी तरह मशीनीकृत (Mechanized) है.भारत में भी उत्पादन बढ़ाने के लिए इस तरह की आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस दिशा में हम गंभीरता से काम करेंगे.