कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को गेहूं की कटाई को लेकर जानकारी दी है. कृषि मंत्री ने बताया कि देश में चालू 2025-26 मार्केटिंग सीजन के दौरान अब तक अनुमानित 3.2 करोड़ हेक्टेयर गेहूं क्षेत्र में से 38% क्षेत्र में फसल की कटाई हो चुकी है.
उन्होंने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और बिहार जैसे प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में “फसल कटाई की स्थिति बेहतर” है.
चौहान ने कहा कि विभिन्न रबी फसलों में अच्छी पैदावार की संभावना को देखते हुए किसानों के लिए बेहतर खरीद व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं. सरकार ने 2025-26 (अप्रैल-मार्च) मार्केटिंग ईयर के लिए 31 मिलियन टन गेहूं खरीद का लक्ष्य तय किया है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 4 अप्रैल तक किसानों ने कुल रबी दलहन क्षेत्र का 91%, तिलहन क्षेत्र का 87%, श्री अन्न और मोटे अनाज क्षेत्र का 70% और धान क्षेत्र का 33% कटाई कार्य पूरा कर लिया है.
पंजाब में बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान
बीते दो दिनों से राज्य के कुछ हिस्सों में छाए बादल और हल्की छिटपुट बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. इस फसल कटाई के अहम दौर में बारिश और तेज हवाएं खड़ी गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
मौसम विभाग ने दोआबा और माझा क्षेत्रों में हल्की बारिश की जानकारी दी है, लेकिन रविवार तक मौसम साफ होने की संभावना जताई है. जिन किसानों ने पहले ही गेहूं की कटाई कर ली है, उन्हें फसल को सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी गई है ताकि नुकसान से बचा जा सके. तेज हवाएं खड़ी फसल को गिरा सकती हैं, जबकि बारिश के कारण गेहूं के दानों का रंग खराब हो सकता है.
फतेहगढ़ साहिब के किसान पलविंदर सिंह ने बताया कि पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाए रहने के कारण किसान तनाव में हैं, क्योंकि इस समय बारिश होने से उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है.