गेंदा-गुलाब की खेती बढ़ाने पर जोर, डिप्टी सीएम बोले- हार्टीकल्चर से किसानों की बढ़ेगी आय

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किसानों के ज्यादा से ज्यादा औद्यानिक खेती करने के लिए प्रेरित किया. उनका कहना था, अगर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में औद्यानिक खेती होगी तो प्रदेश, देश मे सबसे अधिक सम्पन्न प्रदेश होगा.

नोएडा | Updated On: 29 Apr, 2025 | 01:17 PM

उत्तर प्रदेश में पारंपरिक खेती के साथ-साथ औद्यानिक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. औद्यानिक खेती को बढ़ावा देने के पीछे का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को कृषि क्षेत्र में सबसे ज्यादा संपन्न प्रदेश बनाना है. इसके साथ ही प्रदेश सरकार का लक्ष्य विकसित भारत बानाने में अहम भूमिका निभाना है. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में आयोजित हुई औद्यानिक उन्नयन गोष्ठी के दौरान प्रदेश के प्रगतिशील किसानों से आग्रह किया के वे अपने आस-पास के किसानों को फल-फूल, औषधियों व सब्जियों की खेती करने व बागवानी के लिए प्रेरित करें. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं को भी स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है.

उत्तर प्रदेश बनेगा संपन्न प्रदेश

दरअसल , 28 अप्रैल को यूपी में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने अपनी स्वर्णिम यात्रा के 50 वर्ष पूरे किये. इस अवसर पर गोष्ठि का आयोजन किया गया , जिसमें प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किसानों के ज्यादा से ज्यादा औद्यानिक खेती करने के लिए प्रेरित किया. उनका कहना था, अगर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में औद्यानिक खेती होगी तो प्रदेश, देश मे सबसे अधिक सम्पन्न प्रदेश होगा. इसलिए आत्मनिर्भर भारत व विकसित भारत बनाने के लिए और प्रधानमंत्री मोदी के विजन का साकार करने के लिए खेती की आधुनिक व वैज्ञानिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाना जरूरी है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य, उद्योग, उन्नयन योजना के तहत प्रदेश के हर जिले में एक हजार यूनिट स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

औद्यानिक खेती से बढ़ा रोजगार

उत्तर प्रदेश में परम्परागत खेती से आगे बढ़कर प्रदेश में औद्यानिक खेती को बढ़ावा दिया गया. लिहाजा आज प्रदेश की फसलें और उत्पादों को प्रोसेस कर बाजार में भेजा जा रहा है और खास बात यह है कि इन उत्पादों की बाजार में मांग भी बढ़ी है. बता दें कि प्रदेश के उत्पादों का बड़ी मात्रा में निर्यात भी किया जा रहा है. केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की नयी नीति बनायी गयी है, जिसमें कारोबारियों को कई तरह की सब्सिडी और सहूलियतें देने का भी फैसला किया गया है. साथ ही प्रदेश की खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति देश की सबसे अच्छी नीति मानी जाती है. औद्यानिक उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण प्रदेश में औद्यानिक खेती का विस्तार हो रहा है जिससे प्रदेश में रोजगार की भी अपार संभावानएं सामने आई हैं.

Horticulture Farming

First Horticulture Development Conference

महिला सश्क्तीकरण की दिशा में काम

उप मुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि प्रदेश की महिलाओं को समृद्ध व शक्तिशाली बनाने के लिए फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में स्वयं सहायता की महिलाओं को जोड़ा जा रहा है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना से समूहों की दीदियों को जोड़ा जा रहा है. सरकार के इस कदम से महिलाओं की आमदनी बढ़ाने व उन्हें स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने में यह योजना मील का पत्थर साबित होगी. कॉमन इनक्यूबेशन सेंटरों के माध्यम से महिलाओं को उनके कामों में मदद की जा सकेगी.

विकसित भारत बनाने में यूपी का योगदान

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने व वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में प्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग की भी अहम भूमिका होगा. उन्होंने कहा कि औद्यानिक खेती के लिए किसान पूरी इच्छा शक्ति के साथ आगे बढ़ें, सरकार उनके साथ खड़ी है. उन्होंने आग्रह किया कि कृषि उत्पादों के साथ उसकी प्रोसेसिंग व भंडारण के क्षेत्र में लगे लोग भी आगे आएं और विकसित भारत बनाने के लिए कृषि योग्य भूमि की एक-एक इंच का इस्तेमाल करें.

प्रगतिशील किसानों को किया सम्मानित

उत्तर प्रदेश में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के 50 वर्ष पूरे करने पर आयोजित गोष्ठि में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने औद्यानिक खेती करने मे उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रगतिशील किसानों और सेवानिवृत्त अधिकारियों को सम्मानित भी किया.

Published: 29 Apr, 2025 | 01:14 PM