हरियाणा-पंजाब से एमपी तक किसानों पर आग का कहर, फसल-पशुधन का नुकसान

इन दिनों आग की घटनाओं में तेजी देखी जा रही है. पंजाब और हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फसलों में आग लगने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. मुआवजे को लेकर पीड़ितों और स्थानीय प्रशासन के बीच तनातनी के मामले देखे जा रहे हैं.

नई दिल्ली | Updated On: 22 Apr, 2025 | 04:03 PM

बढ़ते तापमान और मानवीय लापरवाही से फसलों में आगजनी की घटनाएं इन दिनों बढ़ गई हैं. पंजाब में कई इलाको में आगजनी में कई सौ एकड़ में खड़ी गेहूं फसल तबाह हो गई है. जबकि, हरियाणा में बीते एक सप्ताह के दौरान हर दिन गेहूं की फसलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं और किसानों की करीब 400 एकड़ फसल जलकर तबाह हो गई है. इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र में आग से भैस और उसके बच्चे की मौत हो गई. जबकि, किसानों के सोलर पंप और ट्रैक्टर समेत अन्य सामान भी जलकर नष्ट हो गया है. अब ताजा आगजनी का मामला मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम से सामने आया है, जहां पिपरिया न्यू सब्जी मंडी में भीषण आग लगने से स्टॉक की गईं सब्जियों और अन्य सामान जल गया है. व्यापारियों का कहना है कि कई लाख रुपये का नुकसान हुआ है.

मध्य प्रदेश में सब्जी मंडी में आग भंयकर तबाही

मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम  जिले के मंगलवारा थाना पिपरिया क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली न्यू सब्जी मंडी में सोमवार दोपहर अचानक आग लग गई. सब्जी व्यापारी कुछ समझ पाते इससे पूर्व ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया कुछ देर से मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड भी व्यापारी के लाखों के नुकसान को बचा नहीं पाई. पिपरिया मंडी सचिव प्रभारी शिवराम उइके ने बताया गया कि अभी आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है आगजनी के कारण बी के ट्रेलर की चार दुकानों में भी आग लग गई, जिससे चार पांच लाख रुपए के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. आग बुझाने में नगर पालिका से आई फायर बिग्रेड को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी है. फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है आग किस कारण लगी मामले की जांच की जा रही है.

हरियाणा में गेहूं की फसल चौपट, ट्रैक्टर भी जले

हरियाणा में आग लगने के ताजा मामले में सिरसा जिले के लुदेसर गांव में 700 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल और भूसा जल गया, यहां आग बुझाने पहुंचा ट्रैक्टर भी आग की चपेट में आ गया. उन्होंने कहा कि बीते दिन कई जगह आग लगने से 50 एकड़ से ज्यादा फसल तबाह हो गई थी. जबकि, गांव कंवरपुरा में फसल कटाई कर रही कम्बाइन मशीन में बिजली के तारों की चिंगारी से लगी आग में झुलसकर एक किसान की मौत हो गई. नाराज किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया है. गांव रोड़ी में 13-14 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई है और आग बुझा रहे ट्रैक्टर को भी आग ने लपेटे में लिया, जिससे ट्रैक्टर भी जल गया है.इसी तरह मोरीवाला से व रसूलपुर, भंगू व साहुवाला में खेतों में भी आगजनी दर्ज की गई है. इसके साथ ही कुरुक्षेत्र जिले में आग से भैंस और उसका बच्चा जलकर मर गया, जबकि अन्य भैसें भी झुलस गईं.

Wheat crop and tractor burnt in Haryana - Kisan India

पंजाब में आग ने कई सौ एकड़ गेहूं फसल जलाई

पंजाब में बीते करीब एक सप्ताह दौरान के अलग-अलग हिस्सों आग लगने से फसलों के साथ ही पशुधन के नुकसान की घटनाएं देखी गई हैं. रिपोर्ट के अनुसार गुरदासपुर के कलानौर में 400 एकड़ गेहूं की फसल जल गई है. इसके अलावा मुक्तसर साहिब जिलें में आगे के चलते 75 एकड़ गेहूं और 25 एकड़ नाड़ की फसल जलकर नष्ट हो गई. इसी तरह कपूरथला में 200 एकड़ गेहूं और नाड़ की फसल जल गई. जबकि, पठानकोट के लदपालवां टोल प्लाजा के पास कई एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल में भयानक आग लग गई है. इसी तरह गुरदासपुर में भी एक कोल्ड ड्रिंक गोदाम में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ.

क्यों बढ़ रहीं आगजनी की घटनाएं

भारतीय किसान एकता के प्रदेश अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने बताया कि खेतों के ऊपर में बिजली विभाग की हाईटेंशन लाइन और तार निकले हैं, जो कई जगहों पर जर्जर स्थिति में हैं. जबकि, खेतों के पास लगे ट्रांसफर्मर्स में भी पुराने और टूटे तार लगे हैं. इन दिनों में तापमान भी बढ़ जाता है और बिजली के जर्जर तारों में शॉर्ट सर्किट होने से चिंगारी खेत में गिरती है जो आग का रूप ले लेती है. उन्होंने कहा कि गेहूं की पकी फसल बारूद से कम नहीं होती है, इसमे जरा सी चिंगारी तुरंत बड़ी आग में तब्दील हो जाती है. हालांकि, कई जगहों पर मानवीय लापरवाही से भी खेतों में आग लगने की घटनाएं देखी गई हैं. उन्होंने फसलों में आगजनी का मुख्य कारण बिजली निगम की लापरवाही को बताया है. उन्होंने सीएम नायब सैनी से अपील की कि बर्बाद हुई फसल का मुआवजा अति शीघ्र जारी किया जाए, ताकि किसान खरीफ की फसल की बुवाई कर सकें.

क्या कर रहीं सरकारें, नुकसान की कैसे होगी भरपाई

किसानों की फसलों को आग से बचाने के लिए उत्तर प्रदेश में बिजली आपूर्ति के समय में बदलाव किया गया है. कानपुर मंडल के ग्रामीण इलाकों में जब तक गेहूं की कटाई पूरी नहीं हो जाती है तब तक दिन के समय बिजली कटौती की जा रही है. जबकि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिजली आपूर्ति के समय में बदलाव किया गया है. हरियाणा और पंजाब में किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिए गए हैं, जहां किसान नुकसान की जानकारी भरकर मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते हैं. जबकि, कई हिस्सों में लेखपाल और पटवारी नुकसान का सर्वे कर रिपोर्ट दाखिल कर रहे हैं. किसानों को फसल बीमा योजना के तहत भी नुकसान की भरपाई कराई जा रही है.

हरियाणा में आगजनी की घटनाओं पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में आगजनी की घटनाओं से जिन किसान भाइयों को नुकसान हुआ है, उनके लिए मैं घोषणा करता हूं कि उनके नुकसान की भरपाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि डिस्ट्रिक कलेक्टर्स से आग की वजह से हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी है.

Published: 22 Apr, 2025 | 11:52 AM

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