सूरजमुखी (Helianthus annuus) एक वार्षिक पौधा है, जो अपने खूबसूरत फूलों से बागीचों को रंगीन और आकर्षक बनाता है. यह पौधा अपनी विशाल डेजी जैसी आकृति वाले फूलों के लिए जाना जाता है, जिसका वैज्ञानिक नाम ‘हेलिओस’ (सूरज) और ‘एंथोस’ (फूल) से लिया गया है. सूरजमुखी के फूल विभिन्न रंगों में होते हैं जैसे पीला, लाल, नारंगी और भूरा. हालांकि, सबसे सामान्य सूरजमुखी का रंग पीला होता है, जिसके बीच में एक भूरा केंद्र होता है, जो बीजों से भरा होता है.
सूरजमुखी के फायदे
सूरजमुखी न केवल एक खूबसूरत फूल है, बल्कि इसके और भी कई गुण होते है, जैसे कि यह पक्षियों और तितलियों को आकर्षित करता है. यह हेलियोट्रोपिज्म है, यानी सूरजमुखी का फूल अपने फूलों को सूर्य के साथ पश्चिम से पूर्व की ओर घुमाता है. यह खासतौर पर तब नहीं होता है जब फूल बीजों से भरा होता है. सूरजमुखी की यह खासियत उसे और आकर्षक बनाती है
75 दिन में खिल जाता है पौधा
आजकल बाजार में सूरजमुखी के फूलों के कई प्रकार उपलब्ध हैं. जिन्हें आप अपने होम गार्डनिंग को आकर्षक बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं. इनमें से कुछ किस्में शाखाओं वाले तने के साथ होती हैं, जबकि कुछ किस्में सिंगल तने वाली होती हैं. वहीं कुछ किस्में परागकणों से भरी होती हैं, जो मधुमक्खियों को आकर्षित करती हैं, जबकि कुछ किस्में बिना पराग के होती हैं. जो गुलदस्ते बनाने के लिए बेहतरीन होती हैं. यह जल्दी बढ़ने वाले पौधों में से एक होता है, जिसकी अधिकतर किस्में केवल 70 से 95 दिनों में खिल जाती हैं. बड़े सूरजमुखी का पौधा 16 फीट से ज्यादा लंबा और 12 इंच चौड़ा होता है, जबकि छोटे सूरजमुखी 15 इंच तक ही बढ़ते हैं.
बुवाई के लिए कैसी हो मिट्टी
इस पौधे को तेज धूप की जरूरत होती है इसलिए इसे ऐसे स्थान पर लगाएं जहां इसे 6 से 8 घंटे की सीधी धूप मिल सके. अच्छी जल निकासी वाली रेतीली या बजरी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है. गमले में उगाने के लिए, छोटी किस्मों का चुनाव करें और उर्वरक का नियमित उपयोग करें. सूरजमुखी के बीजों को सीधे बगीचे में या गार्डन में रोपना सबसे बेस्ट होता है. इस पौधे के लिए मिट्टी का तापमान 50°F (10°C) के आस-पास का होना चाहिए. आप इसे मार्च के मध्य या अप्रैल के शुरूआत में लगा सकते हैं. इन बीजों को मिट्टी में कम से कम 1-2 इंच गहरा और 6 इंच की दूरी पर बोएं ताकि जड़ें आपस में न उलझें और अच्छे से फैल सकें.
कीटों से बचाने के लिए जैविक खाद डालें
सूरजमुखी के पौधे में कई बीमारियों और कीटों से खतरा हो सकता है, जिसके लिए जैविक खाद का इस्तेमाल करें. इसके साथ ही इसकी कटाई का सही समय तब होता है जब फूलों का पिछला भाग नारंगी पीला हो जाए और इसके निचले पत्ते सूखकर गिरने लगें. कटाई के बाद, फूलों के मुख्य भाग को अलग करके 2-3 दिनों तक सुखाना चाहिए, जिससे बीजों को निकालने में आसानी हो जाए.