किसानों के लिए खेती करते समय सबसे बड़ी समस्या होती है अपनी फसल को बचाना. यह खतरा सिर्फ जानवरों से नहीं होता, बल्कि ऐसे कई खरपतवार भी हैं जो फसल को बर्बाद कर देते हैं. ऐसा ही एक पौधा है अमरबेल, जिसे ‘कसकसिया’ या ‘आकाश बेल’ के नाम से भी जाना जाता है.
यह एक परजीवी पौधा है जो अन्य पेड़-पौधों पर निर्भर होकर जीवित रहता है. यह बेल बिना जड़ के होती है और पेड़-पौधों के तनों से पोषक तत्व चूसकर उन्हें कमजोर करने के साथ-साथ खत्म भी कर देती है. अमरबेल का रंग पीला या हल्का हरा होता है और यह बहुत तेजी से फैलती है. चलिए जानते हैं अमरबेल को खत्म करने के आसान और प्राकृतिक तरीके.
अमरबेल के नुकसान
-अमरबेल जिस पेड़-पौधे को अपनी चपेट में लेती है, वह उसके पोषक तत्व खींच लेती है. धीरे-धीरे पेड़-पौधे कमजोर हो जाते हैं.
-यह बेल पौधों की पत्तियों को पूरी तरह से ढक देती है, जिससे फोटोसिंथेसिस में रुकावट आती है, और पेड़ को न तो खाना मिल पाता है और न ही रोशनी.
-फसलों या फलों के पेड़ पर अगर ये बेल लग जाए, तो उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है.
-समय रहते अमरबेल को अगर न हटाया जाए, तो पेड़-पौधे मर जाते हैं.
ऐसे करें रोकथाम
हाथ से हटाएं: अमरबेल को शुरू में ही पहचानकर हाथों से हटा देना चाहिए. ध्यान रहे कि इसे जड़ों समेत हटाएं.
शाखाओं को काट दें: अगर बेल आपके पेड़-पौधों में ज्यादा फैल गई हो, तो प्रभावित शाखाओं को काटकर खत्म कर दें.
रसायनों का इस्तेमाल करें: अमरबेल को नियंत्रण करने के लिए 2,4-D जैसे हर्बीसाइड्स का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इसे सावधानी के साथ इस्तेमाल करना चाहिए ताकि अन्य पौधों को नुकसान न हो.
फसल चक्र अपनाना: फसल चक्र बदलते रहने से अमरबेल के फैलाव को रोका जा सकता है.
पूरी तरह करें नष्ट: हटाई गई अमरबेल को खेत या बगीचे के पास न छोड़ें. इसे जला देना या सुरक्षित स्थान पर खत्म कर देना चाहिए ताकि यह दोबारा न फैल सके.