MSP गारंटी पर आज फैसला ले सकती है सरकार, किसानों और केंद्र के साथ वार्ता

केंद्र सरकार और किसानों के बीच आज चंडीगढ़ में बैठक चल रही है. उम्मीद की जा रही है कि MSP गारंटी पर आज बड़ा फैसला हो सकता है.

Noida | Updated On: 19 Mar, 2025 | 12:49 PM

केंद्र सरकार और किसानों के बीच आज चंडीगढ़ में बैठक हो रही है. उम्मीद की जा रही है कि MSP गारंटी पर आज बड़ा फैसला हो सकता है. वहीं, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन खत्म हो सकता है. क्योंकि, अगर केंद्र ने मांगे मान लीं तो डल्लेवाल अनशन तोड़ सकते हैं. किसान नेता मनोज जागलान ने ‘किसान इंडिया’ को बताया कि पिछली बैठक में कुछ फसलों पर गारंटी का प्रस्ताव दिया जा रहा था, लेकिन जब केंद्र सरकार सभी 23 फसलों पर एमएसपी देने की बात कहती है तो उसे इन फसलों पर गारंटी की बात मान लेनी चाहिए.

आज 19 मार्च को चंडीगढ़ में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों पर चर्चा के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रदर्शनकारी किसानों की बैठक चल रही है. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहा है. बैठक में किसान नेत सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल सुबह 6 बजे किसान नेता एंबुलेंस के जरिए दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चे से चंडीगढ़ में मीटिंग में के लिए रवाना हुए हैं. डल्लेवाल के अनशन का आज 114वां दिन है.

मांगे नहीं मानी गईं तो आंदोलन जारी रहेगा

किसान नेता मनोज जागलान ने ‘किसान इंडिया’ को बताया कि पिछली बैठक में कुछ फसलों पर गारंटी का प्रस्ताव केंद्र की ओर से दिया जा रहा था, लेकिन जब केंद्र सरकार सभी 23 फसलों पर एमएसपी देने का दावा करती है तो उसे इन फसलों पर गारंटी की बात मान लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों की मांगें नहीं मानती है तो आंदोलन जारी रहेगा.

राजस्थान और हरियाणा में आंदोलन

किसान संगठनों ने 21 मार्च को राजस्थान के श्रीगंगानगर और 22 मार्च को हरियाणा के फतेहाबाद में प्रदेश स्तरीय किसान सम्मेलन करेंगे. किसान नेताओं ने कहा कि 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत दिवस को शंभू बॉर्डर, खनौरी और रत्तनपुरा बॉर्डर पर मनाया जाएगा. उन्होंने लोगों से शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचने की अपील की. इस दौरान युवाओं को क्रांतिकारियों के प्रति जागरूक किया जाएगा. जबकि, किसान आंदोलन को लेकर भी मंथन होगा.

नस्ल बचाओ फसल बचाओ अभियान

दोनों मंचों ने 30 मार्च से फसल बचाओ नस्ल बचाओ अभियान शुरू किया जाएगा. इस अभियान में 8वीं कक्षा से ऊपर के छात्रों को जोड़ा जाएगा. दोनों मंच सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों को इस अभियान का हिस्सा बनने और शंभू व खनौरी बॉर्डर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आमंत्रित करेंगे.

Published: 19 Mar, 2025 | 11:45 AM