सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि से जुड़ी तमाम योजनाओं से मछली पालन करने वाले किसानों को काफी फायदा मिल रहा है. सरकारी योजनाओं के तहत सब्सिडी और तकनीकी सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है, जिससे मछली पालन को और भी आसान और लाभकारी बनाया जा सकता है.
ऐसे में मछली पालन करने वाले किसान अक्सर मछलियों का वजन बढ़ाने के लिए विभिन्न तकनीकों और उन्नत तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, ताकि मछलियों की ग्रोथ तेजी से हो और उन्हें अधिक लाभ मिल सके. चलिए जानते हैं मछली पालन करने के लिए कौन सी मछली की उन्नत प्रजातियों का चुनाव करें. इसके साथ ही कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातें जिससे मछलियों की होगी अच्छी ग्रोथ.
मछलियों की उन्नत प्रजातियां
जयंती रोहू, कतला, मृगल किस्म की ये मछलियां कम समय में अच्छी ग्रोथ करती हैं और बाजार में उच्च कीमत पर बिकती हैं.
मछली पालन में ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
शांत और शुद्ध वातावरण
मछलियों को शांत माहौल में रहना पसंद है. अधिक शोर-शराबे या प्रदूषण वाले स्थान मछलियों के विकास में बाधा डाल सकते हैं. इससे उनका वजन बढ़ने में रुकावट आती है.
तालाब की सफाई
तालाब या टैंक का पानी हमेशा साफ और स्वच्छ रहना चाहिए. गंदे पानी में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है और मछलियों की मृत्यु हो सकती है. नियमित सफाई और पानी के गुणवत्ता की जांच से मछलियों का स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है.
प्रोटीन युक्त आहार
मछलियों का वजन तेजी से बढ़ाने के लिए उन्हें प्रोटीन युक्त चारा देना आवश्यक है. इसमें चावल की खाली, सोयाबीन, धान की खाली, और अनाज के टुकड़े शामिल किए जा सकते हैं. इस प्रकार के आहार से मछलियों की ग्रोथ तेजी से होती है.
सुरक्षा उपाय
मछलियों के तालाब या टैंक की सुरक्षा का ध्यान रखना भी जरूरी है. पक्षियों या शिकारियों से सुरक्षा के लिए जाल या कवर का इस्तेमाल करें. यदि मछलियां डर जाती हैं तो इसका सीधा असर उनके विकास और वजन पर पड़ता है.
सही समय पर हार्वेस्टिंग
मछलियों का वजन बढ़ाने के लिए समय पर हार्वेस्टिंग करना जरूरी है. मत्स्य निरीक्षक शशांक नमन के अनुसार, यदि तालाब में 100 मछलियों में से 90 मछलियां बिक्री के लिए तैयार हैं, तो उन्हें तुरंत हार्वेस्ट कर लेना चाहिए. इससे शेष मछलियों को अधिक स्थान मिलेगा और उनका वजन तेजी से बढ़ेगा.
इन उपायों को अपनाकर किसान अपने मछली पालन व्यवसाय को लाभकारी बना सकते हैं और कम समय में अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं.