बर्ड फ्लू जैसी खतरनाक बीमारी से अब भेड़ भी नहीं बच सकी हैं. ब्रिटेन के विशेषज्ञों ने घोषणा की है कि दुनिया में पहली बार भेड़ों में बर्ड फ्लू पाया गया है. हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि पशुधन और आम जनता के लिए जोखिम कम है. नियमित जांच के बाद इंग्लैंड के यॉर्कशायर में एक भेड़ में H5N1 वायरस की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि यह भेड़ जिस झुंड का हिस्सा थी, उसे एक ऐसी जगह रखा गया था जहां पर पहले पक्षियों में एवियन इन्फ्लूएंजा पाया गया था. झुंड में फिलहाल कोई और भेड़ संक्रमित नहीं पाई गई है.
मार दिया गया संक्रमित जानवर
अखबार द गार्डियन ने ब्रिटेन के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी क्रिस्टीन मिडलमिस के हवाले से बताया कि संक्रमित जानवर को मार दिया गया है. अधिकारी के अनुसार बीमारी के आगे प्रसार को रोकने के लिए सख्त बायो-सिक्योरिटी उपाय लागू किए गए हैं. मिडलमिस ने कहा कि पशुधन के लिए जोखिम कम है लेकिन फिर भी पह सभी पशु मालिकों से अनुरोध करती हैं कि वो सावधानीपूर्वक सफाई सुनिश्चित करें. साथ ही संक्रमण का कोई भी लक्षण नजर आने पर तुरंत पशु और स्वास्थ्य एजेंसी को रिपोर्ट करें.
बहुत खतरनाक है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू निमोनिया समेत कई गंभीर बीमारी और यहां तक कि मौत की वजह भी बन सकता है. विशेषज्ञों ने एच5एन1 वायरस में होने वाले बदलावों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. उन्हें डर है कि यह इंसानों में किसी महामारी को जन्म दे सकता है. वहीं अमेरिक के सेंट्रल फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की मानें तो एच5एन1 के मानव से मानव में फैलने का कोई सबूत नहीं है. यह वायरस बिल्लियों, लोमड़ियों, ऊदबिलाव, बुश कुत्तों और सूअरों समेत पक्षियों के अलावा कई और जानवरों में पाया गया है.
गायों में भी मिले लक्षण
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका में डेयरी गायों में एक नया प्रकार का वैरीयंट देखा गया है. गायों में एच5एन1 का दिखना वैज्ञानिकों के लिए एक झटका है, क्योंकि पहले ऐसा माना जाता था कि ऐसे जानवर आसानी से वायरस से संक्रमित नहीं हो सकते. एच5एन1 मनुष्यों में भी पाया गया है हालांकि ऐसे मामले मुख्य रूप से डेयरी और पोल्ट्री श्रमिकों में पाए गए हैं. यूके में सबसे हालिया मामला जनवरी में सामने आया था. यहां पर एक खेत में काम करने वाला मजदूर इस वायरस से संक्रमित हो गया था. बताया गया था कि यह मजदूर काफी ज्यादा मात्रा में इनफेक्टेड पक्षियों के संपर्क में आया था.