अगर आप मछली पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक बढ़िया मौका हो सकता है. भारत में तरह-तरह की जलवायु, बड़े जल स्रोत और मछली की बढ़ती मांग इसे एक फायदे का सौदा बना सकते हैं. लेकिन इसमें सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है सही मछली का चुनाव करना. अच्छी मछली चुनने से ही उत्पादन अच्छा होगा और बाजार में ज्यादा मुनाफा मिलेगा. आइए जानते हैं कि भारत में मछली पालन के लिए कौन-कौन सी मछलियां सबसे बढ़िया मानी जाती हैं.
कतला
कतला मछली बहुत तेजी से बढ़ती है. यह पानी की सतह के पास रहती है और ज्यादातर छोटे जीव-जंतुओं (प्लवक) पर निर्भर रहती है. यह लगभग दो साल में प्रजनन के लिए तैयार हो जाती है और प्रति किलोग्राम वजन पर 70,000 से अधिक अंडे देती है. हालांकि, यह तालाबों में खुद से प्रजनन नहीं करती, इसलिए इसके प्रजनन के लिए हार्मोन इंजेक्शन (हाइपोफाइजेशन तकनीक) का इस्तेमाल किया जाता है.
रोहू
रोहू भारत की नदियों में पाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण मछली है. यह पानी के बीच के हिस्से में रहना पसंद करती है और पौधों से मिलने वाले भोजन, सड़े-गले पौधों और जलीय वनस्पतियों को खाती है. रोहू तालाबों में खुद से प्रजनन नहीं करती, इसलिए इसे भी हाइपोफाइजेशन तकनीक से प्रजनन के लिए प्रेरित किया जाता है. यह एक साल में लगभग 900 ग्राम तक बढ़ सकती है, जिससे यह मछली पालकों के लिए एक फायदेमंद सौदा है.
मृगल
मृगल यह तालाब की तलहटी में रहना पसंद करती है और शैवाल, सड़े-गले पौधों और मिट्टी में पाई जाने वाली जैविक सामग्री को खाती है. यह मछली तालाबों में रोहू और कतला के साथ मिलकर भी पाली जा सकती है. मृगल लगभग 1-2 साल में बड़ी हो जाती है और प्रति किलोग्राम वजन पर 1,90,000 तक अंडे देती है.
तिलपिया
तिलपिया सबसे तेजी से बढ़ने वाली मछलियों में से एक है और इसे पालना भी काफी आसान होता है. यह कम ऑक्सीजन वाले पानी में भी जीवित रह सकती है, जिससे इसे पालने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती. यह मछली स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर होती है, जिससे इसकी बाजार में भारी मांग रहती है. यह उन किसानों के लिए एक बढ़िया विकल्प है, जो पहली बार मछली पालन शुरू कर रहे हैं.
कैटफिश
कैटफिश एक और शानदार मछली है, जो तेजी से बढ़ती है और कम ऑक्सीजन वाले पानी में भी जीवित रह सकती है. यह गर्म जलवायु में अच्छी तरह विकसित होती है और इसकी देखभाल में भी ज्यादा खर्च नहीं आता. इसकी मांग अमेरिका और दक्षिण-पूर्व एशिया में बहुत ज्यादा है, जहां इसे प्रोटीन के अच्छे स्रोत के रूप में खाया जाता है. यह उन किसानों के लिए अच्छा विकल्प है, जो बड़े पैमाने पर मछली पालन करना चाहते हैं.
कार्प मछलियां
ये मछलिया सस्ते आहार पर पल सकती हैं और अलग-अलग जलवायु में आसानी से ढल जाती हैं. इन्हें अन्य मछलियों के साथ भी पाला जा सकता है, जिससे किसान एक ही तालाब में कई तरह की मछलियों की खेती कर सकते हैं. यह कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली मछली है.
रेनबो ट्राउट
अगर आपका फार्म ठंडे पानी वाले इलाके में है, तो रेनबो ट्राउट मछली पालन का एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. यह तेजी से बढ़ती है और बाजार में इसकी मांग बहुत अधिक है, खासकर होटलों और सुपरमार्केट में. हालांकि, इसे पालने के लिए पानी में भरपूर ऑक्सीजन और ठंडा तापमान जरूरी होता है. यह उन किसानों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है, जो उच्च गुणवत्ता वाली मछली का उत्पादन कर अच्छा दाम पाना चाहते हैं.
बरामुंडी
बरामुंडी उन किसानों के लिए बढ़िया मछली है, जो खारे पानी में या हल्के खारेपन वाले पानी में मछली पालन करना चाहते हैं. यह मछली सफेद, मुलायम और स्वादिष्ट मांस के लिए जानी जाती है, जिसकी मांग ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में बहुत ज्यादा है. इसे मॉडर्न री-सर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम (RAS) में भी पाला जा सकता है, जिससे यह मछली पालन को एक लाभदायक व्यवसाय बना सकती है.