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सेना की नौकरी छोड़कर शुरू की खेती, अब टमाटर की खेती से कमा रहे सलाना लाखों रुपये 

साल 2001 में सेना से रिटायर होने के बाद फतेहपुर के अरुण कुमार एक अनुमान के अनुसार  हर साल खेती की मदद से 25 से 30 लाख रुपये की कमाई कर रहे हैं. 

Updated On: 25 Feb, 2025 | 03:21 PM
  • Posted By: Kisan India

    23 Apr 2025 08:30 AM (IST)

    PM मोदी की बड़ी बैठक: डोभाल और जयशंकर के साथ जमीनी हालात की समीक्षा

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर जम्मू-कश्मीर लौटकर बड़ा फैसला लिया है. मंगलवार को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत के बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ अहम बैठक की. इस दौरान पीएम ने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति की गहन समीक्षा की और सुरक्षा एजेंसियों को हर जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए.

    बताया जा रहा है कि यह बैठक बेहद संवेदनशील थी, जिसमें न सिर्फ सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की गई, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर रणनीति भी बनाई गई. इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अपनी विदेश यात्रा रद्द कर भारत लौटने का फैसला लिया है.

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    23 Apr 2025 08:26 AM (IST)

    उत्कृष्ट ग्रामोद्योग इकाइयों को मिलेगा सम्मान, आवेदन की अंतिम तारीख 30 अप्रैल

    लखनऊ से एक सकारात्मक पहल की खबर सामने आई है. उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामोद्योग के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाली इकाइयों को पहचान देने के लिए एक विशेष पुरस्कार योजना शुरू की है. मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से जुड़ी ऐसी इकाइयां, जिन्होंने उत्पादन, बिक्री और रोजगार के क्षेत्र में बेहतर काम किया है, उन्हें चयनित कर सम्मानित किया जाएगा. ये पुरस्कार न केवल उनके कार्य को मान्यता देंगे बल्कि आगे और प्रभावी कार्य के लिए प्रेरणा भी बनेंगे. इच्छुक लाभार्थी 30 अप्रैल 2025 तक आवेदन कर सकते हैं.

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    23 Apr 2025 07:50 AM (IST)

    गुजरात के कच्छ में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.3 रही तीव्रता

    गुजरात के कच्छ जिले में मंगलवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, यह भूकंप रात 11:26 बजे आया और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई. भूकंप का केंद्र कच्छ में जमीन से 20 किलोमीटर गहराई में था. हालांकि, किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. लोगों ने हल्के झटके महसूस किए, लेकिन स्थिति सामान्य बनी हुई है.

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    23 Apr 2025 07:37 AM (IST)

    सऊदी दौरा बीच में छोड़ दिल्ली लौटे पीएम मोदी, पहलगाम हमले के बाद बड़ा एक्शन

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़ दिया और आज दिल्ली लौट आए हैं. इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. पीएम मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह से बात कर तुरंत जरूरी कदम उठाने को कहा. वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी विदेश यात्रा अधूरी छोड़ भारत लौट रही हैं. पहलगाम की वादियों में अब सुरक्षा बलों की तैनाती और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज हो चुका है.

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    23 Apr 2025 07:31 AM (IST)

    "पीड़ित परिवारों को इंसाफ मिलना चाहिए" - राहुल गांधी ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कड़ी निंदा की है. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. राहुल गांधी ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात कर चुके हैं और पीड़ित परिवारों को न्याय और पूरा सहयोग मिलना चाहिए. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारीक कर्रा से भी बात की है.

    राहुल गांधी ने कहा कि अब सरकार को यह दिखाना होगा कि हालात वाकई सामान्य हैं या नहीं. उन्होंने लिखा, "देश एकजुट है आतंकवाद के खिलाफ. सरकार को अब खोखले दावों की जगह जिम्मेदारी लेनी चाहिए और ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी बर्बर घटनाएं दोबारा न हों और मासूम लोगों की जान न जाए."

    यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद से सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े "द रेजिस्टेंस फ्रंट" (TRF) ने ली है.

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    23 Apr 2025 07:24 AM (IST)

    दिल्ली में गर्मी का कहर, 43°C तक जा सकता है तापमान

    राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भी गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. 23 अप्रैल को आसमान साफ रहेगा, दिन में गर्म हवाएं चलेंगी. तापमान 40-42°C के बीच रहने का अनुमान है. वहीं 24 अप्रैल को लू चल सकती है और तापमान 43°C तक पहुंच सकता है. हवा की गति दिन में 20 किमी/घंटा तक हो सकती है, जिससे गर्मी और ज्यादा चुभेगी.

‘जय जवान, जय किसान,’ उत्‍तर प्रदेश के एक किसान ने इस नारे को पहले सेना और अब खेती में सच साबित कर दिखाया है. आज हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्‍होंने सेना की नौकरी छोड़कर खेती में हाथ आजमाने का फैसला किया. अब इस फैसले से न सिर्फ वह अब लाखों रुपये कमा रहे हैं बल्कि आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे. वह जब छुट्टी में घर आते तो अपने पिता के साथ खेती में हाथ बंटाते और फिर एक दिन उन्‍होंने इसी काम को करने का फैसला कर लिया. 

किसान परिवार में हुआ जन्‍म 

यूपी के फतेहपुर जिला के तहत आने वाले मलवा के गांव बैला का पुरवा के रहने वाले अरुण कुमार का जन्‍म एक किसान परिवार में हुआ था. यूं तो वह एक किसान परिवार में पैदा हुए थे लेकिन उनका मन हमेशा नौकरी करने को कहता था. सन् 1984 में उन्‍हें इंडियन आर्मी में नौकरी में मिली. अपने नौकरी करने के सपने को पूरा करने और देश की रक्षा के लिये वह पूरा दिल लगाकर नौकरी करने लगे. लेकिन फिर उन्‍हें पोस्टिंग पर घर की याद सताती. जब उन्‍हें याद आती तो वह अक्‍सर अपने पिता को पूरे परिवार के साथ खेतों में काम करते हुये कल्‍पना करने लगते. फिर जब वह  छुट्टी पर घर आते तो पिता के साथ खेती में हाथ बटाते. 

2001 में छोड़ी आर्मी, शुरू की खेती 

धीरे-धीरे उनकी रुचि खेती की तरफ बढ़ती गई और फिर साल 2001 में उन्‍होंने सेना की नौकरी छोड़ दी. अरुण ने खेती बाड़ी को आधुनिक तरीके से करने का संकल्प लिया और गांव वापस आ गए. उन्‍होंने अपनी पोस्टिंग के दौरान देश के अलग-अलग हिस्‍सों में खेती की जितनी भी तकनीकों के बारे में सीखा, उन्‍हें अपने गांव में साकार करने का इरादा कर लिया. वह दिन रात खेतों में मेहनत करने लगे. इन आधुनिक तरीकों से उन्‍होंने गेहूं, धान, तिलहन जैसी फसलों को अंजाम दिया. लेकिन उन्‍हें उतना फायदा नहीं हो रहा था, जितना उन्‍होंने सोचा था. इसके बाद उन्‍होंने फिर बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के तौर पर नौकरी शुरू कर दी. इस नौकरी के साथ-साथ वह रोजाना खेती भी करते थे. 

केले की फसल से नुकसान 

साल 2008-2009 में उन्‍होंने फतेहपुर के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग से संपर्क किया. विभाग के अधिकारियों की तरफ से जो टेक्निक उन्‍हें बताई गई, उसकी मदद से उन्‍होंने एक हेक्‍टेयर खेत पर टिशूकल्चर केला की गेण्ड नैन प्रजाति की खेती शुरू की. खेती अच्छी तरह चल रही थी और पौधे भी ठीक से बढ़ रहे थे. लेकिन जैसे ही केले आने को हुए तो नीलगाय ने फसल को नुकसान पहुंचा दिया. 15 से 20 दिनों के अंदर जो फसल तैयार हुई थी उसमें सिर्फ कुछ ही हिस्‍सा बिक पाया. उन्‍हें इस बची हुई फसल को करीब एक लाख रुपये में बेचा. अगर लागत को निकाल दें तो सिर्फ बीस से तीस हजार रुपये की ही आमदनी 15 महीनों में हो सकी. 

पानी की समस्‍या से परेशान 

इसके बाद उन्‍हें विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्‍य में सबसे अच्छी केला की खेती बाराबंकी का एक किसान कर रहा है. वह जब उस किसान से मिलने गए तो उन्‍होंने देखा कि केला के साथ-साथ टमाटर की खेती भी बेड एंड स्टेकिंग मैथेड से बाकी के किसान कर रहे हैं. बस यहां से उन्‍हें टमाटर की खेती का आइडिया मिला. साल 2010 में अरुण कुमार ने एक बीघा टमाटर की खेती की जिससे उन्‍हें करीब 27000 रुपये की आमदनी पांच महीने में हासिल हुई. इसके बाद उन्‍होंने पूरे खेतों पर धान, सरसों एवं टमाटर के फसल चक्र को अपनाया. इस तरह से उन्‍हें साल में करीब दो लाख रुपये का फायदा हुआ लेकिन मजदूरों और पानी की समस्या खेती में बनी रही. 

टमाटर की खेती से मुनाफा 

इसके बाद साल 2012-13 में अरुण कुमार ने हॉर्टीकल्‍चर डिपार्टमेंट में ड्रिप सिंचाई के लिये रिक्‍वेस्‍ट की. हलांकि उन्‍हें इस योजना का लाभ नहीं मिल सका क्‍योंकि लाभार्थियों का सेलेक्‍शन हो चुका था. फिर उन्‍होंने अपनी जिद पर अपने पैसे से ड्रिप सिंचाई के लिए उपकरण खरीदा. इसके बाद उसका प्रयोग टमाटर और खीरा की फसल पर किया. एक बार फिर वह अपने प्रयास में असफल रहे और कोई अच्‍छा फायदा नहीं मिल सका.  साल 2013-14 में उन्‍हें हॉर्टीकल्‍चर डिपार्टमेंट की तरफ से क्लोज स्प्रेसिंग फसल में ड्रिप लगाने के लिए सेलेक्‍शन किया गया.

उनके पास 10 बीघा जमीन है जिसमे वह  हाइब्रिड टमाटर की हिमसोना प्रजाति की खेती कर रहे हैं. जिस एक हेक्‍टेयर खेत में ड्रिप इरीगेशन से टमाटर की खेती की जा रही है उस खेत में दूसरे खेत की तुलना में डेढ़ गुना उत्पादन होता है. साथ ही वर्तमान में जो उत्पादन हो रहा है उसकी गुणवत्ता भी बहुत अच्छी होने के कारण बाजार में सबसे पहले बिक जाता है. एक अनुमान के अनुसार  अरुण कुमार हर साल खेती की मदद से 25 से 30 लाख रुपये की कमाई कर रहे हैं. 

Published: 18 Feb, 2025 | 12:25 PM