गर्मी के मौसम में सिर्फ इंसानों को ही नहीं, बल्कि पौधों को भी ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है. तेज धूप और बढ़ते तापमान के कारण मिट्टी जल्दी सूख जाती है, जिससे पौधों की जड़ें कमजोर हो सकती हैं. अगर आप अपने पौधों को हरा-भरा और स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो घर पर बनी प्राकृतिक खाद का इस्तेमाल करें. ये खाद मिट्टी में नमी बनाए रखेगी और पौधों को जरूरी पोषक तत्व भी देगी. आइए जानते हैं 5 आसान और देसी खाद बनाने के तरीके.
छाछ और पानी की खाद
छाछ में मौजूद बैक्टीरिया और पोषक तत्व मिट्टी को ठंडक देते हैं और पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं. इसे बनाने के लिए आधा लीटर छाछ को 2 लीटर पानी में मिलाएं और इस घोल को सप्ताह में एक बार पौधों की जड़ों में डालें.
केले के छिलके की खाद
केले के छिलकों में पोटैशियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में होते हैं, जो पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं. इसके लिए केले के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में मिलाएं या पानी में भिगोकर उसका घोल बनाकर पौधों में डालें.
एलोवेरा और पानी का स्प्रे
एलोवेरा का रस पौधों की पत्तियों को ठंडक देता है और धूप से बचाने में मदद करता है. इसके लिए एक एलोवेरा पत्ती को पीसकर 2 लीटर पानी में मिलाएं और इसे स्प्रे बॉटल में भरकर पौधों पर छिड़कें.
दही और छांव में रखी खाद
दही में लैक्टिक एसिड होता है, जो मिट्टी के सूक्ष्म जीवों को सक्रिय करता है और मिट्टी की जलधारण क्षमता को बढ़ाता है. एक कटोरी दही को रातभर खुली जगह में रखें और सुबह इसे पानी में मिलाकर पौधों में डालें.
सब्जियों और फलों के छिलकों की खाद
घर में बचने वाले सब्जियों और फलों के छिलकों को फेंकने के बजाय आप उन्हें खाद में बदल सकते हैं. इन छिलकों को सुखाकर या पानी में गलाकर पौधों की मिट्टी में डालें, इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी.