संतरे की बागवानी से होंगे मालामाल, जानें कैसे करें शुरुआत

संतरे की बागवानी से मुनाफा कमाने के लिए आपको कुछ खास तकनीकों को अपनाना होगा. एक बार जब आपका बाग तैयार हो जाए और पेड़ फल देने लगे, तो आप इन फलों को सीधे बाजार में बेच सकते हैं.

Noida | Published: 31 Mar, 2025 | 03:18 PM

संतरा, जिसे सिट्रस वर्ग का फल माना जाता है, न केवल स्वाद में बढ़िया होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसमें विटामिन C, कैल्शियम, और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, यही वजह है कि बाजार में इसकी डिमांड हमेशा रहती है. अगर आप भी संतरे की बागवानी करने का मन बना रहे हैं, तो इसकी खेती के जरिए अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं. इसके साथ ही यह एक ऐसा व्यवसाय है, जो कम समय में अच्छा मुनाफा देने की क्षमता रखता है. तो, जानिए इसकी शुरुआत कैसे कर सकते हैं किसान.

जगह और जलवायु

संतरे की बागवानी के लिए गर्म और उष्णकटिबंधीय जलवायु सबसे उपयुक्त मानी जाती है. इसके लिए ऐसे क्षेत्र का चुनाव करें, जहां औसत तापमान 25-30 डिग्री सेल्सियस हो और जहां बारिश की सही मात्रा में होती हो. ताकि पौधे सही से विकसित हो सकें.

उपयुक्त मिट्टी का चयन

संतरे की बागवानी के लिए हल्की बलुई दोमट या चिकनी मिट्टी सबसे अच्छी रहती है. यह मिट्टी पानी को सोखने के साथ-साथ जल निकासी भी सही से करती है, जिससे संतरे के पौधों की जड़ें ठीक से विकसित होती हैं. साथ ही इसके लिए मिट्टी का पीएच स्तर 6 से 7 के बीच होना चाहिए.

सही किस्म का चयन

संतरे की बागवानी में सफलता पाने के लिए सही किस्म का चयन करना बहुत जरूरी है. ‘नवीन संतरा’ और ‘नॉन-सीडेड संतरा’ जैसी किस्में बहुत लोकप्रिय हैं, क्योंकि ये जल्दी पकती हैं और इनका स्वाद भी बेहतरीन होता है. किस्म का चयन करते समय यह ध्यान रखें कि आपके क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के अनुरूप किस्म हो.

सिंचाई और खाद

संतरे के पौधों को नियमित रूप से पानी की जरूरत होती है, लेकिन अत्यधिक पानी से बचना चाहिए, क्योंकि यह जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है. सिंचाई के साथ-साथ संतरे के पौधों को समय-समय पर खाद भी देना चाहिए, ताकि पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहें.

कीट और रोग नियंत्रण

गर्मी के मौसम में संतरे के पौधों पर कीट और रोगों का हमला हो सकता है. इसलिए कीटनाशकों और फंगसाइड का इस्तेमाल करें, लेकिन इसका ध्यान रखें कि प्राकृतिक उपायों को प्राथमिकता दें. जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल फसलों के लिए अच्छा होता है.

फसल की कटाई

संतरे की फसल आमतौर पर 2-3 साल बाद तैयार होती है. जब संतरे का रंग पूरी तरह से पीला हो जाए, तो समझें कि फसल कटाई के लिए तैयार है. संतरे को सही समय पर काटने से उनका स्वाद और गुणवत्ता बेहतर रहती है.

खेती से फायदा

संतरे की बागवानी से न सिर्फ ताजे फल मिलते हैं, बल्कि इससे संबंधित अन्य उत्पादों जैसे संतरे का रस, जेली, जैम, और शरबत भी बनाए जा सकते हैं, जिन्हें आप अतिरिक्त आय के रूप में बेच सकते हैं. संतरे की बढ़ती मांग को देखते हुए, यह लंबे समय के लिए लाभकारी व्यवसाय बन सकता है.