भारत को औषधीय गुणों वाली जड़ी-बूटियों और मसालों का खजाना कहा जाता है. यहां सदियों से ऐसे अनोखे मसाले उगाए जाते रहे हैं, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं. लेकिन क्या आप भी हल्दी का उपयोग केवल खाने का रंग और स्वाद बढ़ाने के लिए करते हैं, तो अब समय आ गया है कि आप इसके असली औषधीय गुणों के बारे में जानें. इसी बीच आज हम आपको एक खास हल्दी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे लकडोंग हल्दी के नाम से जाना जाता है.
वरदान से कम नहीं है यह हल्दी
यह न केवल आपकी रसोई का स्वाद बढ़ा सकती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है. इसे पूर्वोत्तर राज्य मेघालय के जयंतिया हिल्स में उगाई जाती है. यह अपने गहरे सुनहरे रंग और उच्च कर्क्यूमिन (Curcumin) क्वालिटी के लिए भी जानी जाती है. बता दें की कर्क्यूमिन एक ऐक्टिव इनग्रेडिएंट है, जो हल्दी को बेहद खास औषधीय गुण प्रदान करता है. इसी कारण लखाडोंग हल्दी को दुनियाभर में बेहतरीन और सबसे शुद्ध हल्दी माना जाता है. तो आइए जानते हैं कि यह आम हल्दी से कैसे अलग है और इसके क्या-क्या फायदे हैं.
लकडोंग हल्दी बनाम आम हल्दी
हल्दी का उपयोग भारत में सदियों से होता आ रहा है. यह आयुर्वेदिक दवाइयों का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है. लकडोंग हल्दी और आम हल्दी में कई बड़े अंतर होते हैं.
आम हल्दी में कर्क्यूमिन की मात्रा 2-5% , रंग हल्का पीला, स्वाद हल्का कड़वा और कम तीखाहोता है, इसके साथ ही यह मुख्य रूप से खाना पकाने के लिए ही किया जाता है. तो वहीं लकडोंग हल्दी में कर्क्यूमिन की मात्रा 7-9% (जो इसे अधिक औषधीय बनाता है),रंग गहरा पीला या नारंगी होने के साथ इसका स्वाद तीखा, मिट्टी जैसा और हल्का मसालेदार होता है. इसका उपयोग मेडिकल्स, स्वास्थ्य सुधार के लिए किया जाता है. यह खासतौर पर उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होती है जो स्वास्थ्य को लेकर सजग और प्राकृतिक उपायों को अपनाना पसंद करते हैं.
लकडोंग हल्दी के स्वास्थ्य लाभ
लकडोंग हल्दी को ‘सुपरफूड हल्दी’ भी कहा जाता है. इसके कुछ प्रमुख स्वास्थ्य लाभ:
सूजन और जोड़ों के दर्द से राहत
लकडोंग हल्दी में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाले) गुण होते हैं, जो गठिया, जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों की ऐंठन में राहत देते हैं. जो लोग नियमित रूप से लखाडोंग हल्दी का सेवन करते हैं, उन्हें ऑर्थराइटिस और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों में आराम मिल सकता है.
इम्युनिटी बूस्टर
इस हल्दी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं.
त्वचा के लिए फायदेमंद
इसका उपयोग न केवल आंतरिक बल्कि बाहरी रूप से भी किया जाता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को जवां बनाए रखते हैं और झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं. यही कारण है कि कई ब्यूटी प्रोडक्टस में इसका का इस्तेमाल किया जाता है.
पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है
अगर आपको पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी, अपच या कब्ज होती है, तो लकडोंग हल्दी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. यह आंतों को स्वस्थ रखने और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करती है.
हृदय को स्वस्थ रखती है
लकडोंग हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और दिल से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करता है. यह ब्लड फ्लो को बेहतर बनाकर दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है.
मेंटल हेल्थ होती है बेहतर
वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन ब्रेन की सेल्स को हेल्थी बनाए रखता है और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करता है. यह दिमागी शक्ति बढ़ाने और तनाव को कम करने में भी सहायक होती है.
लकडोंग हल्दी का उपयोग कैसे करें?
हल्दी दूध (Golden Milk)
एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच लखाडोंग हल्दी मिलाएं. थोड़ी काली मिर्च डालें, जिससे हल्दी का असर बढ़ जाए. रात को सोने से पहले पिएं. यह नींद को बेहतर और शरीर को आराम देता है.
स्मूदी और जूस में मिलाएं
आप अपनी स्मूदी या जूस में एक चुटकी लकडोंग हल्दी डाल सकते हैं. यह न केवल स्वाद बढ़ाएगा बल्कि आपकी इम्युनिटी को भी बूस्ट करेगा.
फेस पैक में करें इस्तेमाल
लकडोंग हल्दी को दही और शहद के साथ मिलाकर एक बेहतरीन फेस पैक तैयार किया जा सकता है. यह त्वचा को निखारने और दाग-धब्बे कम करने में मदद करता है.