Success Story: रमेश विट्ठलराव, यह नाम है महाराष्ट्र के उस किसान का जिसने खेती में लोगों को नई दिशा दिखाई है. सिर्फ पांच साल के अंदर एक करोड़ रुपये कमाने वाले विट्ठलराव की सक्सेस स्टोरी हर कहीं चर्चा का विषय बनी हुई है.
लातूर के रहने वाले विट्ठलराव ने यह अकल्पनीय उपलब्धि धनिया की खेती करके हासिल की है. वहीं धनिया जो आपकी सब्जी के स्वाद को बढ़ाता है, उसने विट्ठलराव की जिंदगी के स्वाद को भी डबल कर दिया. साल 2023 में विट्ठलराव ने धनिया की खेती से 16 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई की.
गांव में खरीदा घर और कार
विट्ठलराव साल 2019 से धनिया की खेती कर रहे हैं और सिर्फ पांच साल के अंदर ही करोड़पति बन गए. उन्हें करोड़पति बनाने का श्रेय धनिया को जाता है. उन्होंने इस कमाई से एक एसयूवी और गांव में एक बड़ा घर भी खरीद डाला.
विट्ठलराव की मानें तो जिस खेत पर आज वह धनिया उगाते हैं, कभी उस पर अंगूर की खेती करते थे. उन्होंने साल 2015 में तीन एकड़ जमीन पर अंगूर की खेती की थी. इससे उन्हें 5 लाख रुपये की कमाई हुई. धनिया एक ऐसी फसल है जिसे मार्च से लेकर मई तक (जब बहुत गर्मी पड़ती है) छोड़कर पूरे वर्ष उगाया जा सकता है.
एक लाख रुपये से बने करोड़पति
रमेश विट्ठलराव ने 10 रुपये प्रति किलो की दर से 50 टन अंगूर बेचे. अंगूर की खेती में उनकी लागत 6.5 लाख रुपये आई थी. इसके बाद उन्होंने अंगूर की खेती बंद करके धनिया की खेती करना शुरू किया.
रमेश विट्ठलराव ने पहले साल ही 25 लाख रुपए कमा लिए थे. इस खेती में उन्होंने करीब एक लाख रुपए निवेश किए. अगले साल यानी 2020 में उन्होंने 16 लाख रुपए, 2021 में 14 लाख रुपए और 2022 में 16 लाख रुपए कमाए. अब तक वह धनिया की खेती करके करोड़पति बन चुके हैं.
पारंपरिक खेती से अलग
पारंपरिक खेती से किसान इतना मुनाफा नहीं कमा पाते हैं. कई बार किसानों के लिए अपनी लागत निकालना या मुनाफा कमाना मुश्किल हो जाता है. भारी नुकसान उठाने के बाद किसान कर्ज में भी डूब जाते हैं.
ऐसे में रमेश विट्ठलराव ने किसानों को पारंपरिक खेती से हटकर ऐसी फसलें उगाने की सलाह दी है, जिनसे उन्हें ज्यादा कमाई हो सके. आपको बता दें कि धनिया महाराष्ट्र की एक प्रमुख फसल है. राज्य के प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में जुन्नार, पुरंदर, खेड़ और औरंगाबाद का नाम आता है. साल 2023-24 में महाराष्ट्र में 9.98 किलोटन धनिया का उत्पादन हुआ.