गेहूं पर अगर हो सुंडी का हमला तो करें इन दवाओं का छिड़काव

पंजाब के फरीदकोट जिले के किसान सुंडी के हमले से काफी परेशान रह रहे थे. यूं तो सुंडी धान की फसल पर हमला करने वाला कीड़ा है, लेकिन अब यह गेहूं को भी निशाना बनाने लगा है.

Noida | Updated On: 13 Mar, 2025 | 05:06 PM

पंजाब देश का वह राज्‍य है जहां पर अक्‍सर गेहूं की फसलों पर गुलाबी सुंडी का हमला देखने को मिलता है. गेहूं की कटाई का समय आ रहा है और ऐसे में किसान अब इसके लिए तैयारी कर रहे हैं. लेकिन जिस समय गेहूं की बुवाई होती है, अगर उस समय सुंडी का हमला हो तो एक किसान की पूरी मेहनत पर पानी फिर जाता है.

सुंडी से परेशान किसान

पंजाब के फरीदकोट जिले के किसान सुंडी के हमले से काफी परेशान रह रहे थे. यूं तो सुंडी धान की फसल पर हमला करने वाला कीड़ा है, लेकिन अब यह गेहूं को भी निशाना बनाने लगा है. आज जानिए कि कैसे आप अपने गेहूं की फसल को सुंडी के हमले से बचा सकते हैं. कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर बचाव के टिप्‍स हम आपको दे रहे हैं.

पंजाब के किसानों ने बताया कि प्रशासन और कृषि विभाग की तरफ से उन्‍हें पराली नहीं जलाने की सलाह दी गई थी. साथ ही खेत में ही प्रबंध कर कर गेहूं की बुवाई करने को भी कहा गया था. ले‍किन पराली के अवशेषों में गुलाबी सुंडी के अंडे मौजूद थे जिसकी वजह से कीड़ों ने गेहूं की फसल पर हमला कर दिया था. कुछ किसानों ने फसल पर अपने मुताबिक दवाओं का छिड़काव जैसे उपाय भी किए लेकिन फिर भी वो फसल को बचा नहीं पाए. 

दवाएं जिनका घोल बनाकर करें छिड़काव 

अगर गेहूं की फसल पर गुलाबी सुंडी का है तो 150 लीटर पानी में 400 मिली. इकालक्स 25 ईसी का घोल तैयार करें. इस घोल को प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में छिड़कें. विशेषज्ञों की मानें तो सूरज ढलने के बाद अगर इसका छिड़काव किया जाए तो बेहतर नतीजे मिलते हैं.


तापमान घटने से सुंडी की ग्रोथ कम हो जाती है. ऐसे में इसकी रोकथाम करना आसान होता है.  अगर तने पर सुंडी ने हमला किया हो तो 150 लीटर पानी में 800 मिली. इकालक्स 25 ई सी (क्विनलफॉस) का घोल तैयार करें और प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें.
अगर सुंडी का हमला कुछ ही जगहों पर नजर आए तो प्रति लीटर पानी में इकालक्स 25 ई सी(क्विनलफॉस) का 8 मिली. के हिसाब से घोल तैयार करें और छिड़काव करें.

फसल के लिए खतरनाक गुलाबी सुंडी 

गुलाबी सुंडी के अलावा धान का कीड़ा सफेद सुंडी भी सीधी बिजाई किए जाने पर गेहूं की फसल पर हमला कर सकता है. कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो इसकी रोकथाम के लिए पहला पानी देने के साथ ही पानी में 500 मिलीग्राम क्लोरो या मोनो क्रोटोफास कीटनाशक दवा का घोल बनाकर उसका छिड़काव करना बेहतर रहेगा. 

किन बातों का रखें ध्‍यान

किसानों को लगातार खेत की देखरेख करनी होगी. जैसे ही कीट का प्रकोप नजर आए कीटनाशक का उच‍ित छिड़काव हर हाल में करें.
गुलाबी सुंडी गेहूं के अलावा मक्‍का फसल पर भी हमला करती है.
जिन किसानों ने रबी सीजन में मक्‍का की बुवाई की है, उन्‍हें भी अलर्ट रहने की जरूरत है.
सुंडी 40 से 50 दिन पुरानी गेहूं की फसल पर हमला करती है.
ये तनों छेदकर इसे अंदर ही अंदर खाने लगती है. इस वजह से पौधा पीला पड़कर आखिरी में मर जाता है.

Published: 14 Mar, 2025 | 08:00 AM