प्योर कपूर चाहिए? तो घर में ही लगाइए इसका पौधा

कपूर का पौधा न सिर्फ आपके घर को हरा-भरा और सुगंधित बनाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी बेहद लाभकारी होते हैं.

नोएडा | Published: 10 Apr, 2025 | 12:43 PM

अगर आप अपने घर को हरा-भरा और खुशबूदार बनाना चाहते हैं, तो कपूर का पौधा एक बढ़िया ऑप्शन है. कपूर ना सिर्फ पूजा-पाठ में काम आता है, बल्कि इसके पौधे की पत्तियों से भी एक ताजगी भरी महक आती है और इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं. अच्छी बात यह है कि आप इसे अपने घर के आंगन, बालकनी या छत पर गमले में आसानी से उगा सकते हैं. आइए जानते हैं कि इस पौधे को कैसे लगाएं, इसकी देखभाल कैसे करें और कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

गमला और मिट्टी कैसी हो?

कपूर का पौधा लगाने के लिए ऐसा गमला चुनें जिसमें नीचे पानी निकलने के लिए छेद हों. इससे पानी जमा नहीं होगा और जड़ें सड़ेंगी नहीं. मिट्टी ऐसी होनी चाहिए जो उपजाऊ हो और पानी को जल्दी सोख ले. आप सामान्य बगीचे की मिट्टी में थोड़ा कोकोपीट, कंपोस्ट और बालू मिलाकर अच्छी मिट्टी तैयार कर सकते हैं.

धूप कहां से मिले?

कपूर का पौधा तेज धूप पसंद करता है. इसे ऐसे स्थान पर रखें जहां दिन में कम से कम 6 घंटे सूरज की सीधी रोशनी मिले. अगर आप इसे घर के अंदर रख रहे हैं, तो कोशिश करें कि वो खिड़की के पास हो जहां धूप आती हो. याद रखें, अगर पौधे को अच्छी रोशनी नहीं मिलेगी, तो उसकी पत्तियां पीली पड़ सकती हैं और उसकी ग्रोथ रुक सकती है.

पानी कब और कितना देना है?

इस पौधे को ज्यादा पानी पसंद नहीं है, लेकिन मिट्टी में हल्की नमी रहनी चाहिए. जब गमले की ऊपरी सतह सूखी लगे, तभी पानी दें. हर 8-9 दिन में पौधे को 1 कप पानी देना काफी होता है. गर्मियों में थोड़ा जल्दी पानी देना पड़ सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी ज्यादा गीली न हो.

खाद कब डालनी चाहिए?

कपूर के पौधे को पोषण की जरूरत होती है, इसलिए उसमें हर 2-3 महीने में एक बार धीमे असर वाली जैविक खाद डालनी चाहिए. आप वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की सड़ी खाद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. खासकर वसंत और गर्मियों के मौसम में खाद देने से पौधा तेजी से बढ़ेगा.

पौधे की छंटाई भी जरूरी

अगर आप इसे गमले में लंबे समय तक रखना चाहते हैं तो इसकी समय-समय पर छंटाई करते रहें. इससे पौधा झाड़ी जैसा नहीं बनेगा और उसका आकार सुंदर बना रहेगा. छंटाई करने का सही समय है सर्दियों का अंत या वसंत की शुरुआत, जब नया विकास शुरू होता है.

कीट और बीमारी से कैसे बचाएं?

कभी-कभी इस पौधे पर एफिड्स (छोटे कीड़े) या मकड़ी जैसे कीट लग सकते हैं. अगर पत्तियों पर जाले या चिपचिपी परत नजर आए, तो हल्के जैविक कीटनाशक या नीम तेल का छिड़काव करें. साथ ही, पौधे को ऐसी जगह रखें जहां हवा का आना-जाना ठीक से हो, ताकि कोई फंगल रोग न लगे.

बीज से पौधा कैसे उगाएं?

अगर आप कपूर का पौधा बीज से लगाना चाहते हैं तो इसके लिए थोड़ा धैर्य चाहिए. बीज को उपजाऊ और हल्की मिट्टी में बोएं और मिट्टी को हल्की नमी में बनाए रखें. अंकुर निकलने में कुछ महीने भी लग सकते हैं. जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए, लगभग एक फुट, तब आप उसे बड़े गमले में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं.

घर में ताजगी और लाभ, एक साथ

कपूर का पौधा सिर्फ देखने में सुंदर और महकदार नहीं होता, बल्कि यह आपके घर के वातावरण को भी शुद्ध करता है. इसकी पत्तियों में प्राकृतिक औषधीय गुण होते हैं जो कई बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं. अगर आप थोड़ी देखभाल और ध्यान दें, तो यह पौधा आपके घर को सुंदर, शांत और स्वास्थ्यदायक बना सकता है.