अक्सर सब्जियों के बढ़ते दामों से परेशान होकर लोग अपने घर की छत या बालकनी में ताजी और जैविक सब्जियां उगाते हैं. ऐसी ही एक सब्जी है शिमला मिर्च (Capsicum), जिसे आप अपने घर पर आसानी से उगा सकते हैं. शिमला मिर्च न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर से भी भरपूर होती है. तो चलिए जानते हैं कि छत या बालकनी में शिमला मिर्च उगाने का आसान तरीका क्या है.
शिमला मिर्च कब उगाएं?
शिमला मिर्च के पौधों को ठंडी-ठंडी हवा पसंद होती है, लेकिन ज्यादा सर्दी या गर्मी इसे नुकसान पहुंचा सकती है. भारत में इसे फरवरी से अप्रैल और जुलाई से सितंबर के बीच लगाना सबसे अच्छा रहता है. अगर आपके घर पर ग्रीनहाउस या नेट शेड जैसी सुविधा है, तो आप इसे सालभर भी उगा सकते हैं.
क्या-क्या चाहिए?
गमले या ग्रो बैग्स: शिमला मिर्च के लिए कम से कम 12-15 इंच गहरे गमले या बैग्स का इस्तेमाल करें, ताकि पौधे की जड़ें अच्छे से फैल सकें.
मिट्टी: इसके लिए हल्की और उपजाऊ मिट्टी चाहिए होती है, जिसमें 50% बागवानी मिट्टी, 30% कम्पोस्ट या गोबर की खाद, 20% रेत या कोकोपीट हो.
बीज: अच्छी गुणवत्ता वाले शिमला मिर्च के बीज किसी भरोसेमंद नर्सरी या ऑनलाइन खरीदें.
कैसे लगाएं शिमला मिर्च?
बीज बोना: सबसे पहले गमले में 1 से 2 सेमी गहराई में शिमला मिर्च के बीज डालें. हर बीज के बीच 2 से 3 इंच का अंतर रखें. फिर बीज को मिट्टी से हल्के हाथों से ढक दें और स्प्रे बॉटल से हल्का पानी छिड़कें.
अंकुरण और रोपाई: 7 से14 दिनों में बीज अंकुरित हो जाएंगे. जब पौधे 4 से 5 इंच के हो जाएं, तो उन्हें बड़े गमले में शिफ्ट कर दें. हर गमले में 1 या 2 पौधे ही लगाएं, ताकि उन्हें पर्याप्त जगह मिल सके.
धूप और तापमान: शिमला मिर्च के पौधों को ऐसी जगह रखें जहां रोजाना 5-6 घंटे की सीधी धूप मिलती हो. वहीं मिट्टी को हल्का नम बनाए रखें, लेकिन अधिक पानी जमा न होने दें. गर्मियों में रोजाना पानी दें और सर्दियों में हर दूसरे दिन.
कीट और बीमारियों से बचाव: शिमला मिर्च के पौधों पर एफिड्स और माइट्स जैसे कीटों का खतरा बना रहता है. इससे बचने के लिए पौधों पर नीम के तेल का छिड़काव करें. अगर पत्तों पर फफूंदी या धब्बे दिखें, तो बेकिंग सोडा और पानी का घोल छिड़कें.
कटाई: बीज बोने के 60 से 80 दिनों बाद शिमला मिर्च तोड़ने लायक हो जाती है. हर पौधा आपको 10 से 15 शिमला मिर्च दे सकता है.