मुनाफे का सौदा सहजन की खेती, 6 लाख रुपये सालाना तक की कमाई

सहजन में 90 प्रकार के विटामिन, 46 एंटी-ऑक्सीडेंट और 18 प्रकार के अमीनो एसिड पाए जाते हैं.

Updated On: 24 Feb, 2025 | 05:34 PM

सहजन, जिसे अंग्रेजी में Drumstick कहा जाता है, एक औषधीय पौधा है. वैज्ञानिक भाषा में इसे मो‍रिंगा ओलिफेरा (Moringa Oleifera) कहा जाता है. हालांकि, अलग-अलग क्षेत्रों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है. भारत में सहजन की मांग बढ़ रही है, जिससे यह व्यावसायिक रूप से भी एक लाभकारी फसल साबित हो रही है. चलिए जानते हैं किसानों के लिए कितनी फायदेमंद हैं सहजन की खेती?

बाजार में मांग क्या है?

सहजन के पौधे से कई प्रकार की दवाइयां बनाई जाती हैं, इसलिए इसकी मांग सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत अधिक रहती है. इसकी खेती करने के बाद निर्यात का काम भी बहुत होता है.

पौष्टिक तत्वों से भरपूर

सहजन में 90 प्रकार के विटामिन, 46 एंटी-ऑक्सीडेंट और 18 प्रकार के अमीनो एसिड पाए जाते हैं. बीजों से निकलने वाला तेल – सहजन के बीजों से निकाला गया तेल विभिन्न प्रकार की औषधियों में उपयोग किया जाता है.

फायदे और खूबियां

 

चार साल तक देता है उत्पादन: सहजन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक बार इसके बीज बोने के बाद यह चार वर्षों तक फसल देता रहता है.

कम जमीन और पानी की आवश्यकता: इसकी खेती के लिए ज्यादा जमीन, ज्यादा पानी और ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती.

अन्य फसलों के साथ भी उगाया जा सकता है: सहजन को किसी अलग जमीन में उगाने की आवश्यकता नहीं होती, इसे अन्य फसलों के साथ भी उगाया जा सकता है.

गर्म स्थानों में होती है अच्छी खेती: सहजन की खेती के लिए गर्म जलवायु जरूरी होती है. यह 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर अच्छे से पनपता है.

साल में दो बार बोआई: सहजन की फसल साल में दो बार बोई जाती है और इसे सूखी व रेतीली मिट्टी में उगाना सबसे अच्छा माना जाता है.

10 साल तक रहता है जीवनकाल: एक सहजन का पेड़ 10 साल तक जीवित रहता है और इस दौरान यह अच्छी उपज देता है.

पत्तियां, फूल और फल सभी उपयोगी:  सहजन के फूल, फल और पत्तियों का उपयोग सब्जी, सलाद और औषधीय उत्पादों में किया जाता है.

300 से अधिक बीमारियों से बचाव: आयुर्वेद के अनुसार, सहजन 300 से अधिक बीमारियों से बचाव करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है.

सहजन की खेती कैसे करें?

1 एकड़ जमीन में 1200 पौधे लगाए जा सकते हैं. इसके लिए 1 फुट चौड़ा और 1 फुट गहरा गड्ढा बनाकर उसमें बीज बोएं और ऊपर से हल्की मिट्टी और जैविक खाद डालें. बीजों के बीच 5 सेमी का अंतर रखें और हल्का पानी देते रहें. अधिक पानी देने की जरूरत नहीं होती. 12 दिनों में पौधे अंकुरित हो जाते हैं. जब पेड़ अच्छे से बढ़ जाएं, तो इन्हें तोड़कर, छांटकर और बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

सहजन खेती में कुल लागत

सहजन की खेती से लेकर बिक्री तक का पूरा खर्चा 50,000 से 60,000 रुपये तक आता है. इसके लिए किसी कर्मचारी की आवश्यकता नहीं होती, अकेले व्यक्ति द्वारा भी यह काम किया जा सकता है.

सहजन खेती से कितना मुनाफा होता है?

सहजन की खेती से बेहद अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. क्योंकि इसके फूल, फल और पत्तियाँ तीनों ही बाजार में बेचे जाते हैं और इनकी मांग हमेशा बनी रहती है. 1 एकड़ में खेती करने पर सालाना 6 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है.

Published: 24 Feb, 2025 | 05:32 PM