किसानों के लिए घोंघे और स्लग्स (Snails and Slugs) एक बड़ी समस्या बन सकते हैं. ये छोटे कीट खेतों में पौधों की पत्तियों, फलों, बीजों और नवांकुरों को नुकसान पहुंचाते हैं. खासकर जब ये नवांकुरों पर हमला करते हैं, तो पूरा पौधा खत्म हो सकता है, जिससे फसल के उत्पादन पर भी असर पड़ता है और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन, सही तकनीकों को अपनाकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. तो, आइए जानते हैं कैसे खेतों से दूर रखें घोंघे और स्लग्स को.
खेतों में घोंघे और स्लग्स पर कैसे करें नियंत्रण?
घोंघों और स्लग्स पर नियंत्रण पाने के लिए सिर्फ एक तरीका अपनाने से काम नहीं चलेगा. इसके लिए किसानों को ऐसे समाधान की जरूरत है, जिसका असर लंबे समय पर दिखाई दे. खेत में स्वच्छता बनाए रखना, सही समय पर जुताई करना और कुछ विशेष कृषि पद्धतियों को अपनाकर इन कीटों से छुटकारा पाया जा सकता है.
खेत की देखभाल है जरूरी
-खेतों में पड़े सूखे पत्ते, खरपतवार और घास-फूस को हटा देना चाहिए, क्योंकि ये घोंघों और स्लग्स के छिपने की जगह बन सकते हैं.
– खेत में मौजूद खरपतवार और घनी घास को समय-समय पर साफ करें, ताकि इन कीटों को छिपने की जगह न मिले.
-खेत की जुताई करने से न केवल मिट्टी में मौजूद कीट नष्ट होते हैं, बल्कि उनकी सुरक्षित पनाहगाह भी खत्म हो जाती हैं.
-घोंघे और स्लग्स नम और ठंडी जगहों पर जल्दी पनपते हैं. ऐसे में खेतों में पानी का ठहराव न होने दें.
अधिक नमी बनाए रखने के लिए उपयोग किए जाने वाले तरीकों, जैसे कि न्यूनतम जुताई (minimum tillage) और भूसे का अधिक उपयोग (straw retention), को सावधानीपूर्वक अपनाना चाहिए, ताकि कीटों को अनुकूल वातावरण न मिल सके.
घोंघों और स्लग्स को हाथ से हटाएं
अगर संभव हो, तो घोंघों और स्लग्स को हाथ से इकट्ठा करके नष्ट करें. यह तरीका खासतौर पर छोटे खेतों और बागानों के लिए कारगर साबित हो सकता है.
स्वस्थ फसल और अधिक मुनाफा
अगर किसान समय रहते इन उपायों को अपनाते हैं, तो वे अपनी फसलों को घोंघों और स्लग्स के हमले से बचा सकते हैं. इससे न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि उनकी मेहनत और निवेश भी सुरक्षित रहेगा.