कपास की पत्तियां खोलेंगी फसल की बीमारी का राज, जानिए सेहत का सीक्रेट   

कपास की फसल में लगने वाली बीमारी का पता उसकी पत्तियों को देखकर लगा सकते हैं. कृषि क्षेत्र में यह माना जाता है कि अगर किसी फसल के स्‍वास्‍थ्‍य का पता लगाना हो तो उसकी पत्तियों को देखना चाहिए.

Noida | Updated On: 12 Mar, 2025 | 08:22 PM

कपास भारत जैसे देश जहां पर गर्मी की अधिकता रहती है, वहां के किसानों की एक अहम फसल है. ऐसे में यह‍ फसल किसानों के लिए भी फायदेमंद हो जाती है यानी वो जब चाहें इसे बेचकर अच्‍छे-खासे पैसे कमा सकते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो कपास जितना ज्‍यादा चमकदार होगा, उसका भाव उतना ही ज्‍यादा होगा. लेकिन अगर फसल को या इसके पौधे को कोई बीमारी लग गई तो फिर नुकसान हो सकता है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि किसान शुरुआत से ही इस फसल में लगने वाली बीमारियों पर ध्यान दें. कृषि विशेषज्ञों ने कपास की फसल में होने वाली बीमारी का पता लगाने के लिए एक बहुत ही आसान तरीका बताया है. 

अक्‍सर किसान इस बात को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि क्‍या वो वाकई किसी फसल में लगने वाली बीमारी का पता पहले से लगा सकते हैं. आपको शायद नहीं मालूम होगा लेकिन आप कपास की फसल में लगने वाली बीमारी का पता उसकी पत्तियों को देखकर लगा सकते हैं. कृषि क्षेत्र में यह माना जाता है कि अगर किसी फसल के स्‍वास्‍थ्‍य का पता लगाना हो तो उसकी पत्तियों को देखना चाहिए. ऐसे में आपको पत्‍ती की भाषा समझनी और परखनी होगी. सिर्फ एक पत्‍ती देखकर आप कैसे उसकी सेहत का पता लगा सकते हैं, आइए जानते हैं.

1-नाइट्रोजन

अगर कपास की फसल में नाइट्रोजन की कमी हो रही है तो उसके लक्षण पुरानी पत्तियों में नजर आने लगेंगे. धीरे-धीरे नई पत्तियों से भी इसका पता लगने लगता है. शुरुआत में पुरानी और बाद में नई पत्तियां पहले हल्के हरे रंग की होती हैं. इसके बाद पत्तियां हल्के पीले रंग की और आखिरी में पूरी तरह से पीली पड़ जाती हैं. यह नाइट्रोजन की कमी की तरफ इशारा करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि तुरंत नाइट्रोजन खाद का इंतजाम करना चाहिए.

2-फॉस्फोरस

फॉस्‍फोरस किसी भी फसल के लिए एक बेहद जरूरी है और इस पोषक तत्व की कमी के लक्षण कपास के पौधे में सबसे पहले नीचे की तरफ के पत्‍तों में या फिर पुराने पत्‍तों में नजर आते हैं.  फिर इसके ऊपरी पत्‍तों में भी इसके लक्षण नजर आने लगते हैं. इसकी कमी से पत्तियां बैंगनी रंग की हो जाती हैं. पत्तियां कमजोर सी नजर आने लगती हैं. अगर आपको ऐसा नजर आता है तो फिर इसमें फॉस्फोरस डालने करना चाहिए.

3-मैग्नीशियम

मैग्नीशियम की कमी से कपास की पत्तियां लाल पड़ जाती है लेकिन इसकी डालियां हरी रहती हैं. इस तरह के खास लक्षण बहुत पुरानी और मैच्‍योर्ड पत्तियों पर ज्‍यादा नजर आते हैं. अगर कपास की पत्‍ती ऐसी नजर आए तो समझ जाना चाहिए कपास में मैग्नीशियम की कमी है.

4-सल्फर

सल्फर की कमी के लक्षण सबसे पहले कपास की नई पत्तियों पर ज्‍यादा साफ नजर हैं, जबकि पुरानी पत्तियां हरी बनी रहती हैं. इसके नए पत्‍ते हल्के हरे से पीले रंग के हो जाते हैं.

5-आयरन

कपास के पौधे में आयरन की कमी का सबसे पहला लक्षण कपास की ऊपरी पत्तियों पर नजर आता है और पत्तियों में पीलापन नजर आने लगता है. क्लोरोसिस पहले नई पत्तियों में शिराओं के बीच हल्के पीले धब्बों के तौर पर दिखता है और फिर नई पत्तियां हल्के हरे से हल्के पीले रंग की हो जाती हैं. जबकि पुरानी पत्तियां हरी और सामान्य रहती हैं. इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको आयरन की कमी दूर करनी चाहिए.

6-बोरॉन

कपास में बोरॉन की कमी के लक्षण पौधे के सबसे ऊपर पर दिखाई देते हैं. ऊपर की पत्तियों का सूखना, फुलडोडी और नए टिंडे का अधिक से अधिक झड़ना बोरॉन की कमी के लक्षण हैं. इससे कपास के पौधे पर कुछ बचता ही नहीं है. इसलिए बचाव के लिए समय रहते उपाय करना चाहिए. 

Published: 12 Mar, 2025 | 10:09 PM