पुदीना (Mint) जिसे मैंथा के नाम से भी जाना जाता है. यह एक बहुपयोगी जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल चटनी, पेय पदार्थ, सलाद और औषधीय गुणों के लिए किया जाता है. सेहत के लिए फायदेमंद होने की वजह से भारत में इसकी मांग बनी रहती है. बाजार से बार-बार पुदीना खरीदने की बजाय इसे आप अपने घर पर भी उगा सकते हैं. अच्छी बात यह है कि पुदीना उगाना बहुत आसान होता है और इसे कम देखभाल की जरूरत पड़ती है. आइए जानते हैं घर पर पुदीना उगाने का आसान तरीका.
पुदीना उगाने के तरीके
पुदीना को तरह से उगा सकते हैं:
तने की कटिंग से: यह सबसे आसान और तेज़ तरीका है, जिसमें पुराने पुदीने के तने को पानी या मिट्टी में लगाकर नया पौधा उगाया जाता है.
बीज से: यह तरीका भी प्रभावी है, लेकिन इसमें समय ज्यादा लगता है और सफलता की संभावना कम रहती है.
पुदीना उगाने की विधि
उपयुक्त स्थान और गमले का चयन
पुदीना हल्की धूप, छांव वाली जगह पर अच्छा बढ़ता है और इसे गमले, ग्रो बैग या जमीन में उगाया जा सकता है. गमले की गहराई कम से कम 6-8 इंच होनी चाहिए.
मिट्टी तैयार करना
पुदीना हल्की और जल निकासी वाली मिट्टी में अच्छा बढ़ता है. इसके लिए 50% गार्डन सॉयल, 30% कोकोपीट या रेत और 20% जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए.
कटिंग से पुदीना उगाना
बाजार से ताजा और हरा पुदीना खरीदें. जिसका लगभग 4-6 इंच लंबा तना लें और उसकी निचली पत्तियां हटा दें. इस तने को गिलास में पानी डालकर 5-7 दिनों के लिए किसी छायादार जगह पर रखें. जब जड़ें निकल आएं, तब इसे गमले या मिट्टी में लगा दें.
बीज से पुदीना उगाना
मिट्टी को अच्छे से तैयार करें और उसमें पुदीना के बीज ½ इंच गहराई में बोएं. हल्की मिट्टी डालकर पानी दें, जिसके बाद बीज 7-15 दिनों में अंकुरित होने लगेंगे.
पुदीना को तेजी से बढ़ाने के टिप्स
हर 3-4 हफ्ते में हल्की कटाई करें, इससे पौधा घना और स्वस्थ रहेगा.
यदि पत्तियां हल्की पीली हो रही हैं, तो मिट्टी में जैविक खाद डालें.
बहुत अधिक पानी देने से बचें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं.
पुदीने के पौधे को समय-समय पर दूसरी जगह ट्रांसप्लांट करें, इससे इसका विकास अच्छा होता है.