अगर आपको लगता है कि अंगूर उगाने के लिए बड़े खेत या बागान की जरूरत होती है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. आप अपनी बालकनी, छत या आंगन में भी गमले में अंगूर उगा सकते हैं. यह न सिर्फ आपको ताजे और जैविक फल देगा, बल्कि आपके घर की शोभा भी बढ़ाएगा. सही देखभाल और थोड़े से प्रयास से आप अपने गमले में हरे-भरे पत्तों और रसीले अंगूरों की बेल लहरा सकते हैं. आइए जानते हैं कि गमले में अंगूर उगाने का सही तरीका क्या है और इसकी देखभाल कैसे करें.
सही गमले का चुनाव करें
अंगूर के पौधे की जड़ें गहरी और फैली हुई होती हैं, इसलिए गमला बड़ा और मजबूत होना चाहिए. बेल लगाने के लिए कम से कम 15 से 20 इंच गहरा और चौड़ा गमला चुनें, ताकि जड़ों को सही तरीके से फैलने की जगह मिले. मिट्टी के गमले या प्लास्टिक के ड्रेन होल वाले गमले इस काम के लिए सही रहेंगे.
उपजाऊ मिट्टी का इस्तेमाल
गमले में अंगूर उगाने के लिए मिट्टी का सही चुनाव बेहद जरूरी है. इसके लिए हल्की, रेतीली और उपजाऊ मिट्टी सबसे अच्छी रहती है, क्योंकि इसमें जल निकासी सही तरीके से होती है. मिट्टी में जैविक खाद, वर्मीकम्पोस्ट या गोबर की खाद मिलाने से पौधे को अच्छी ग्रोथ मिलेगी और उसमें जल्दी फल आएंगे.
बीज नहीं, कटिंग से उगाएं पौधा
अगर आप जल्दी फल पाना चाहते हैं, तो बीज से पौधा उगाने की बजाय कटिंग से तैयार पौधा लगाएं. कटिंग से पौधा जल्दी बढ़ता है और 1-2 साल में फल देने लगता है. कटिंग लगाने के बाद मिट्टी को हल्का गीला रखें और तेज धूप से बचाएं, ताकि जड़ें अच्छे से विकसित हो सकें.
धूप और पानी
अंगूर की बेल को बढ़ने के लिए कम से कम 6-8 घंटे की सीधी धूप चाहिए. इसलिए इसे ऐसी जगह रखें, जहां भरपूर सूरज की रोशनी मिले. पानी देने में सावधानी रखें, क्योंकि ज्यादा पानी से जड़ें सड़ सकती हैं. गर्मी के दिनों में रोज हल्का पानी दें, लेकिन बरसात और सर्दी में जरूरत के अनुसार ही सिंचाई करें.
बेल को दें सहारा
अंगूर की बेल बढ़ने के लिए उसे सहारे की जरूरत होती है. इसके लिए लकड़ी या लोहे का ट्रेलिस (मचान) लगाएं, जिससे बेल ठीक से चढ़ सके और फैल सके. समय-समय पर सूखी टहनियों और अनावश्यक पत्तों को काटते रहें, ताकि पौधे की ग्रोथ अच्छी हो और ज्यादा फल लगें.
खाद और कीट नियंत्रण करें
अच्छी फसल के लिए हर 15-20 दिन में जैविक खाद डालें. घर पर बनी खाद, वर्मीकम्पोस्ट या सड़ी-गली गोबर खाद पौधे के लिए फायदेमंद होती है. इसके अलावा, कीटों से बचाव के लिए केमिकल स्प्रे की बजाय नीम तेल या जैविक कीटनाशक का उपयोग करें, ताकि पौधा प्राकृतिक रूप से सुरक्षित रहे.
कब मिलेंगे अंगूर?
गमले में अंगूर उगाने के बाद पहले साल में पौधा बढ़ेगा और दूसरे साल से आपको फूल और फल दिखने लगेंगे. अगर सही देखभाल की जाए, तो 2-3 साल बाद अच्छी फसल मिलने लगेगी. एक बार जब बेल पूरी तरह विकसित हो जाए, तो हर साल आपको ताजे और रसीले अंगूर मिल सकते हैं.