उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं को कम करने और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से कुसुम योजना चला रही है. इस योजना के तहत सरकार किसानों को सब्सिडी देती है, जिससे सोलर पंप लगाने की लागत का अधिकांश हिस्सा खुद सरकार उठाती है, जबकि किसानों को केवल थोड़ी सी राशि खर्च करनी पड़ती है.
इस योजना से किसानों को सिंचाई के लिए डीजल पर निर्भर नहीं रहना पड़ता. सोलर पंप से मिलने वाली बिजली के इस्तेमाल के बाद भी किसान अतिरिक्त बिजली को बेचकर आय कमा सकते हैं. यह योजना न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करती है, बल्कि ग्रीन एनर्जी को भी बढ़ावा देती है.
कुसुम योजना के फायदे:
सब्सिडी पर सोलर पंप
किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए केवल थोड़ी सी राशि देनी होती है. शेष राशि सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जाती है. उदाहरण के लिए, यदि सोलर पंप की लागत ₹2.50 लाख है, तो किसान को केवल ₹23,900 खर्च करने होंगे, जबकि बाकी राशि सरकार वहन करेगी.
अनुसूचित जनजाति को मिलेगी पूरी सब्सिडी
जो किसान अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणी में आते हैं, उन्हें सोलर पंप लगाने के लिए पूरी सब्सिडी दी जाती है.
यह पहल किसानों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए की जा रही है.
अतिरिक्त आय का स्रोत
किसान सोलर पंप से मिलने वाली अतिरिक्त बिजली को बेचकर भी कमाई कर सकते हैं. इससे न केवल सिंचाई की लागत में कमी आएगी, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि होगी.
ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा
सरकार हरित ऊर्जा (Green Energy) को बढ़ावा देने के लिए सोलर पंप सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दिया जा सके.
क्यों पड़ी कुसुम योजना की जरूरत?
बिजली की कमी- किसानों को सिंचाई के दौरान सबसे बड़ी समस्या अनियमित बिजली आपूर्ति और डीजल पंपों की बढ़ती लागत के रूप में सामने आती है. सोलर पंप इस समस्या का समाधान करते हैं.
फसल उत्पादन में वृद्धि- नियमित और सुचारू सिंचाई से फसल उत्पादन में वृद्धि होती है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
डीजल पर निर्भरता कम होगी- सोलर पंप के उपयोग से किसानों की डीजल पर निर्भरता कम होती है, जिससे ईंधन खर्च कम होने के साथ ही पर्यावरण को भी लाभ पहुंचता है.
किसान इस योजना के लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं?
उत्तर प्रदेश के किसान कुसुम योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं:
1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
www.pmkusum.upagriculture.com पर जाकर आवेदन प्रक्रिया शुरू करें.
2.जरूरी दस्तावेज अपलोड करें
पहचान पत्र (आधार कार्ड)
भूमि के दस्तावेज
बैंक खाते की जानकारी
जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
3. आवेदन सबमिट करें
सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म सबमिट करें और आवेदन की स्थिति की निगरानी करते रहें.