देश के लाखों किसानों के लिए सरकार की योजनाएं किसी संजीवनी से कम नहीं होतीं. पर सोचिए, अगर सिर्फ एक रजिस्ट्रेशन न कराने की वजह से किसान इन योजनाओं से वंचित रह जाएं तो? कुछ ऐसा ही खतरा मंडरा रहा है उन किसानों पर, जिन्होंने अभी तक अपनी फार्मर रजिस्ट्री (Farmer Registration) नहीं कराई है.
क्यों जरूरी है फार्मर रजिस्ट्री?
सरकार किसानों की डिजिटल पहचान तैयार कर रही है ताकि उन्हें सीधे, पारदर्शी और आसान तरीके से सभी योजनाओं का लाभ मिल सके. फसल बीमा हो, किसान क्रेडिट कार्ड हो या फिर एमएसपी पर बिक्री, इन सबके लिए अब फार्मर रजिस्ट्री जरूरी हो गई है.
कितने किसान अभी भी बाकी हैं?
जानकारी के मुताबिक, देश में ऐसे कई ऐसे जिले हैं जहां करीब 3.44 लाख किसानों की रजिस्ट्री होनी थी, लेकिन अब तक सिर्फ 1.84 लाख किसानों ने ही रजिस्ट्रेशन कराया है. यानी अभी भी 1.60 लाख किसान पीछे हैं. अगर आपने भी अब तक यह काम नहीं किया है, तो जल्द करें, क्योंकि 30 अप्रैल 2025 इसकी आखिरी तारीख है.
कैसे और कहां कराएं रजिस्ट्री?
किसान अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र (CSC) या ग्राम पंचायत स्तर पर लगाए जा रहे कृषि विभाग के कैंपों में जाकर रजिस्ट्री करवा सकते हैं. इसके लिए जरूरी दस्तावेज हैं:
आधार कार्ड
आधार से लिंक मोबाइल नंबर
जमीन की खतौनी या स्वामित्व प्रमाण
क्या होगा अगर रजिस्ट्री नहीं कराई?
अगर आपने 30 अप्रैल तक रजिस्ट्री नहीं करवाई, तो आप फसल बीमा, सब्सिडी, केसीसी लोन और दूसरी जरूरी योजनाओं से बाहर हो सकते हैं. यह सीधे तौर पर आपकी आमदनी और कृषि सहायता को प्रभावित करेगा.