ऑर्किड फूल देखने में बेहद सुंदर होता है. दुनियाभर में इसकी 25,000 से ज्यादा प्रजातियां हैं. यह अपनी खूबसूरती की वजह से कट फ्लावर इंडस्ट्री में काफी लोकप्रिय है और इसकी मांग शादी-ब्याह, सजावट और फूलों की प्रदर्शनी जैसे आयोजनों में लगातार बढ़ रही है. यही वजह है कि भारत में ऑर्किड की खेती तेजी से उभर रही है.
इस फूल की खास बात यह है कि इसकी मांग सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है, और इसकी खेती करने वाले किसान लाखों-करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं. चलिए जानते हैं कैसे आप भी ऑर्किड की खेती कर सकते हैं.
खेती के लिए जरूरी बातें
जलवायु: ऑर्किड को आर्द्र और ठंडी जलवायु पसंद है, जिसमें तापमान 15°C से 30°C के बीच होना चाहिए. ग्रीनहाउस या शेड नेट संरचनाओं में ऑर्किड की खेती अधिक सफल होती है.
प्रकाश और वेंटिलेशन: ऑर्किड को छायादार रोशनी की जरूरत होती है. इसके साथ ही अच्छी वेंटिलेशन और नमी नियंत्रण से पौधों का विकास बेहतर होता है.
मिट्टी और जल निकासी: ऑर्किड को कोको पीट, चारकोल, नारियल के रेशे जैसी हल्की और पानी को रोकने वाली सामग्री में उगाया जाता है. ध्यान रहे कि अधिक पानी के ठहराव से पौधों की जड़ों को नुकसान हो सकता है, इसलिए अच्छी जल निकासी आवश्यक है.
सिंचाई और उर्वरक: पौधों को स्प्रे विधि से पानी दें. इसके साथ ही नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश युक्त हल्के उर्वरकों का प्रयोग फायदेमंद होता है.
भारत में ऑर्किड की खेती
भारत में ऑर्किड की खेती का असम, सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में प्रचलन बढ़ रहा है.
सरकारी सहायता
भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत ऑर्किड की खेती के लिए सब्सिडी और तकनीकी सहायता प्रदान कर रही हैं.