फसल बीमा करवाते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना नहीं मिलेगा मुआवजा

इस योजना के तहत प्राकृतिक आपदाओं या अन्य कारणों से फसल नुकसान की स्थिति में मुआवजा दिया जाता है.

Updated On: 25 Feb, 2025 | 03:15 PM

किसानों के लिए फसल बीमा एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसे किसानों का सुरक्षा कवच भी कहा जा सकता है.इस योजना के तहत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं या अन्य कारणों से फसल नुकसान की स्थिति में मुआवजा दिया जाता है.किसानों को फसल बीमा के दौरान कुछ जरूरी प्रक्रियाओं और दस्तावेजों का पालन करना जरूरी होता है.आइए जानते हैं कि फसल बीमा के लिए किन बातों का ध्यान रखना सबसे जरूरी है.

फसल बीमा के फायदे

फसल बीमा के तहत प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि, तूफान से हुए फसल नुकसान की भरपाई सरकार करती है.इसके साथ ही फसल खराब होने पर किसानों को मुआवजा दिया जाता है.फसल बीमा से किसान आत्मनिर्भर बनते हैं और कृषि उत्पादन में निरंतरता बनी रहती है.

फसल बीमा के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • फसल बुवाई का सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म (पिक पेरा सर्टिफिकेट)
  • जमीन का नक्शा या खसरा नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक खाते की जानकारी

सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म का महत्व

यदि फसलों का ऑनलाइन निरीक्षण संभव नहीं है, तो किसानों को सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरना आवश्यक होता है. यह फॉर्म ऑनलाइन डाउनलोड करके भरना और बीमा आवेदन के साथ अपलोड करना होता है. बिना इस फॉर्म के मुआवजा मिलने में कठिनाई हो सकती है.

फसल बीमा के आवेदन की प्रक्रिया

ऑफलाइन आवेदन: अपने जिले के कृषि कार्यालय या नजदीकी बैंक में जाकर आवेदन करें और जरूरी दस्तावेज जमा करें.

ऑनलाइन आवेदन: किसान फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
फॉर्म में व्यक्तिगत जानकारी, फसल और जमीन का विवरण, तथा बैंक खाते की जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें.

जरूरी सावधानियां

  • बीमा आवेदन करते समय सभी दस्तावेज सही और अद्यतन रखें.
  • समय सीमा के भीतर बीमा आवेदन जमा करें.
  • बीमा पॉलिसी की शर्तों को ध्यान से पढ़ें.
Published: 18 Feb, 2025 | 11:08 AM